शुक्रवार, दिसंबर 27 2024 | 10:00:42 AM
Breaking News
Home / राज्य / पूर्वोत्तर भारत / केंद्र सरकार ने आईटीएलएफ को मनाया, नहीं करेंगे सामूहिक अंतिम संस्कार

केंद्र सरकार ने आईटीएलएफ को मनाया, नहीं करेंगे सामूहिक अंतिम संस्कार

Follow us on:

इंफाल. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ बातचीत के बाद मणिपुर में आदिवासी पीड़ितों के सामूहिक दफन पर रोक लगा दी है। आईटीएलएफ ने पहले घोषणा की थी कि शवों के सामूहिक अंतिम संस्कार गुरुवार को चुराचांदपुर जिले के हाओलाई खोपी के पास एस बोलजांग में किया जाएगा। गृह मंत्रालय से चर्चा के बाद संगठन ने दफन को पांच दिन के लिए टाल दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार पांच मांगों पर लिखित आश्वासन दे।

एक पत्र में, भारत सरकार ने सभी संबंधित पक्षों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि वह सात दिनों की अवधि के भीतर सभी पक्षों की संतुष्टि के लिए उपरोक्त मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मणिपुर में जातीय संघर्षों में 150 से अधिक लोगों की जान चली गई है, और साथ ही लगभग 60 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। चर्चा के बाद आईटीएलएफ ने कहा कि वह संकट के समाधान के लिए सरकार पर दबाव बनाना जारी रखेगा।

साभार : अमर उजाला

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

असम सरकार ने करीमगंज जिले का नाम बदलकर श्रीभूमि किया नाम

गुवाहाटी. असम कैबिनेट ने बांग्लादेश की सीमा से लगे बराक घाटी में करीमगंज जिले का नाम …