नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेज लिमिटेड (एचआईटीईएस) का कुल कारोबार 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 19 प्रतिशत वृद्धि के साथ 361.38 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ ही, एचआईटीईएस ने अवधि के दौरान शुद्ध लाभ में 58 प्रतिशत की ऊंची छलांग लगाई। एचआईटीईएस ने एक साल पहले के 17.60 करोड़ रुपये की तुलना में 2022-23 में 27.76 करोड़ रुपये के कर-उपरांत लाभ के बारे में सूचित किया। यह केवल नौ साल पहले महज 2 करोड़ रुपये की शुद्ध लागत से शुरू की गई मिनीरत्न सहायक कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसी अवधि के दौरान कुल कारोबार 361.38 करोड़ रुपये था, जबकि 2021-22 में कुल कारोबार 303.40 करोड़ रुपये था।
बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित व्यवसाय के कारण ये महत्वपूर्ण सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए, जिसमें पिछले वित्त वर्ष के दौरान भटिंडा, गोरखपुर और गुवाहाटी में नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को पूरा किया जाना और कई परियोजनाओं का उन्नयन किया जाना शामिल है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (एचएलएल) 50 वर्ष पुराना उद्यम है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निर्माण और खरीद व्यवसाय पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से, एचआईटीईएस – एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेज लिमिटेड की स्थापना 3 अप्रैल, 2014 को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निर्माण और खरीद व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से की गई थी। बुनियादी ढांचे के निर्माण के अलावा, यह खरीद परामर्श, सुविधा प्रबंधन और बायो-मेडिकल इंजीनियरिंग सेवा प्रदान करता है।
एचआईटीईएस का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट डिवीजन आर्किटेक्चरल, स्ट्रक्चरल और एमईपी डिजाइन, प्राक्कलन, निविदा प्रक्रिया प्रबंधन, साइट पर्यवेक्षण, अनुबंध प्रबंधन, सुविधा प्रबंधन आदि सहित परियोजना और निर्माण प्रबंधन के क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करता है। इसमें संस्थागत, वाणिज्यिक, आवासीय, पर्यटन आदि से संबंधित विविध परियोजनाएं स्थापित की हैं, जहां यह “संकल्पना से सिद्धि” तक व्यापक सेवाएं प्रदान करता है।
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