जम्मू. 4 मई को ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के बाद अब इसके संचालन को रोक दिया गया है। दरअसल जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था जिसमें एक जवान ने बलिदान दे दिया था। एक रक्षा अधिकारी के मुताबिक, सेना ने इसे एहतियात के तौर पर संचालन के लिए रोक दिया है।
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दूर दराज इलाके मड़वा के मचना जंगलों में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान सेना का ये हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। हेलीकॉप्टर क्रैश होने से पहले पायलट और को-पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को तकनीकी खराबी की सूचना दी थी और फिर इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की गई। पायलट ने हेलीकॉप्टर को मारुआ नदी के किनारे पर लैंड करवाने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं रहा और एक बड़ा हादसा हो गया। हेलीकॉप्टर में पायलट, को-पायलट के साथ-साथ एक टेक्नीशियन मौजूद था।
बता दें कि ALH हेलिकॉप्टर भारतीय तटरक्षक बल के साथ सेना, नौसेना और वायु सेना सहित तीनों रक्षा बलों द्वारा संचालित किया जाता है। इससे पहले मुंबई में हुए हादसे के बाद भारतीय सेना ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर की तरफ से इसके संचालन पर रोक लगा दी गई थी। इसके साथ ही घटना के कारणों की जांच की जा रही थी। एक सूत्र ने बताया कि जांच प्रक्रिया में जिन हेलीकॉप्टरों को मंजूरी दी गई है, वे अब उड़ान भर रहे हैं। भारतीय वायु सेना लगभग 70 एएलएच ध्रुव का संचालन करती है।
साभार : दैनिक जागरण
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