गुरुवार , मई 02 2024 | 04:41:43 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / सोनिया गांधी बन सकती हैं इंडिया की चेयरपर्सन और नीतीश कुमार संयोजक

सोनिया गांधी बन सकती हैं इंडिया की चेयरपर्सन और नीतीश कुमार संयोजक

Follow us on:

नई दिल्ली. विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) की अगली बैठक से पहले कई तरह अटकलें लगाई जा रही हैं. अगले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बीजेपी के खिलाफ एकसाथ मैदान में उतरने के मकसद से 26 विपक्षी दलों ने महागठबंधन बनाया है. जिसकी अगली बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई (Mumbai) में होगी.

इससे पहले सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस गठबंधन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. टीओआई के अनुसार सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार को इंडिया का संयोजक और सोनिया गांधी को चेयरपर्सन बनाया जा सकता है. शिवसेना का उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाला गुट मुंबई में विपक्ष की बैठक की मेजबानी करेगा.

नीतीश कुमार के नाम पर सहमत हुए नेता

बिहार के महागठबंधन के सूत्रों ने कहा कि इंडिया के सभी प्रमुख सहयोगियों के शीर्ष नेता और कांग्रेस नेतृत्व संयोजक के रूप में नीतीश कुमार के नाम पर सहमत हुए हैं. मुंबई बैठक में इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता चाहते हैं कि 11 सदस्यीय समन्वय समिति का नेतृत्व सोनिया गांधी करें. वह यूपीए की अध्यक्ष रही हैं.

सोनिया गांधी से किया गया ये अनुरोध

महागठबंधन के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को टीओआई को बताया कि या तो सोनिया या उनकी ओर से नामित कोई व्यक्ति समन्वय समिति का प्रमुख होगा. सोनिया गांधी से अंतिम निर्णय लेने का अनुरोध किया गया है. विपक्षी दल इससे पहले पटना और बेंगलुरु में दो बैठकें कर चुके हैं. 18 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि मुंबई में अगली बैठक में 11 सदस्यीय समन्वय समिति का चुनाव किया जाएगा.

जेडीयू ने क्या कुछ कहा?

इसी बीच जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने शनिवार को कहा था कि जेडीयू विपक्षी एकता की राह में बाधा नहीं बनेगी, हालांकि हमारे नेता नीतीश कुमार का लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक कद संगठन में किसी भी बड़े पद के लिए उपयुक्त है. सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर उन्होंने कहा कि संबंधित राज्यों में इंडिया के सहयोगी एक साथ बैठेंगे और सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देंगे.

साभार : एबीपी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

कांग्रेस और गांधीजी ने मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए चलाया था असहयोग आंदोलन

जो इतिहास हमें पढ़ाया जाता है, उसको पढ़कर ऐसा लगता है कि देश को स्वतंत्रता …