गुरुवार, नवंबर 21 2024 | 11:31:18 PM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / विधानसभा चुनाव जीते मंत्रियों और सांसदों ने छोड़ी संसद सदस्यता

विधानसभा चुनाव जीते मंत्रियों और सांसदों ने छोड़ी संसद सदस्यता

Follow us on:

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने दो केंद्रीय मंत्रियों समेत पांच सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया है। इनमें दो केंद्रीय मंत्रियों- प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर- को मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल माना जा रहा है। इसी तरह सांसद रीति पाठक, राव उदय प्रताप सिंह और राकेश सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। इस्तीफा देने के बाद पटेल और तोमर एक साथ भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर पहुंचे। वहां वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सात सांसदों को उम्मीदवार बनाया था। केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते को मंडला की निवास सीट पर पराजय का सामना करना पड़ा। इसी तरह सतना में सांसद गणेश सिंह की भी हार हुई। यह दोनों ही सीटें 2018 में कांग्रेस के पास थी। पार्टी ने प्रहलाद पटेल को नरसिंहपुर सीट पर, नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना की दिमनी सीट पर, रीति पाठक को सीधी सीट पर, राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम सीट पर और राव उदय प्रताप सिंह को गाडरवारा विधानसभा सीट पर उम्मीदवार बनाया गया था। गणेश सिंह और कुलस्ते को छोड़कर शेष पांचों सांसद चुनाव जीत चुके हैं।

प्रहलाद पटेल बोले- तीन दशक का अनुभव जिदंगी में काम आएगा 
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने संसद की सदस्यता से त्याग पत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि अपनी पार्टी का ह्दय से धन्यवाद करता हूं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आशीर्वाद लिया। इसके बाद लोकसभा से त्यागपत्र अध्यक्ष को दिया है। उन्होंने कहा कि बहुत छोटी उम्र में संसद में आया था। यहां का तीन दशक का अनुभव है, जो जीवन का बहुत बड़ा है। यह अनुभव आने वाली जिंदगी में मुझे काम आएगा ऐसा मैं विश्वास करता हूं। उन्होंने प्रधानमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया। पटेल ने कहा कि कुछ देर में वह मंत्री पद से भी इस्तीफा देंगे।

इस नियम के चलते देना पड़ा इस्तीफा
संविधान के अनुच्छेद 101 (2) में प्रावधान है कि विधायक बनने के नोटिफिकेशन जारी होने के 14 दिन के भीतर सांसद को इस्तीफा देना होगा। इसी तरह यदि कोई विधायक लोकसभा या राज्यसभा का सदस्य बनता है तो उसे दस दिन में एक सदन से इस्तीफा देना होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो उसकी सदस्यता खुद-ब-खुद खत्म हो जाती है। इस नियम का पालन करने के लिए बुधवार को नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक और राकेश सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

साभार : अमर उजाला

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www।amazon।in/dp/9392581181/

https://www।flipkart।com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारत में रोजगार के संदर्भ में बदलना होगा अपना नजरिया

– प्रहलाद सबनानी भारतीय प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति की सदस्य सुश्री शमिका रवि द्वारा …