मुंबई. “टम टमा टम टम, टमाटर खाएं हम…” वाली कविता हम सबने बचपन में सुनी और बोली होगी, लेकिन आजकल यह टमाटर खाना तो दूर लोग इसे खरीदने से भी कतरा रहे हैं। वर्तमान में टमाटर की कीमत इतनी है की इसे खरीदने की सामान्य व्यक्ति को तो छोड़िए, बड़ी-बड़ी फास्ट फूड कंपनियां भी मना कर रही है।
टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर आलम यह है कि फास्ट फूड चेन के बड़ी कंपनियों में से एक मैकडॉनल्ड्स (McDonald’s) ने टमाटर की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद देश के कई हिस्सों में अपने बर्गर और रैप्स से टमाटर हटा दिए हैं। बर्गर में आमतौर पर बन और पैटी के बीच टमाटर का एक टुकड़ा होता था। रैप फिलिंग में भी टमाटर का उपयोग किया जाता है और फिलहाल मैकडॉनल्ड्स ने इन दोनों में से टमाटर हटा दिए हैं।
मैकडॉनल्ड्स ने कहा कि मौसमी मुद्दों के कारण, वह गुणवत्ता जांच में पास होने वाले टमाटरों को खरीदने में असमर्थ है। कुछ बाजारों में टमाटर की कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। मैकडॉनल्ड्स इंडिया – नॉर्थ और ईस्ट के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में खेतों में मौसमी फसल संबंधी समस्याओं के कारण, हमारे गुणवत्ता विनिर्देशों के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में टमाटर उपलब्ध नहीं हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे ग्राहकों को सर्वोत्तम गुणवत्ता मिले जिसे हम सेवा देने के लिए जाने जाते हैं, हम कुछ समय के लिए टमाटरों को अपने पास रखने के लिए बाध्य हैं।
मैकडॉनल्ड्स ने कहा उसके बर्गर और रैप से टमाटर, कीमत बढ़ने के कारण गायब नहीं हुए हैं। मैकडॉनल्ड्स के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा केवल हमारे गुणवत्ता मानकों के अनुरूप टमाटरों की अनुपलब्धता के कारण हुआ है। कंपनी ने बताया कि पंजाब-चंडीगढ़ क्षेत्र में टमाटर की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है इसलिए वहां के मेनू में टमाटर परोसना जा रहा है। भारत के उत्तर और पूर्व में मैकडॉनल्ड्स रेस्तरां कनॉट प्लाजा रेस्तरां प्राइवेट लिमिटेड (सीपीआरएल) द्वारा संचालित किए जाते हैं, जो इसकी मास्टर फ्रेंचाइजी है। दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में स्टोर मैकडॉनल्ड्स के एक अन्य मास्टर फ्रेंचाइज़र वेस्टलाइफ़ ग्रुप द्वारा संचालित किए जाते हैं।
साभार : दैनिक जागरण
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