लखनऊ. यूपी के कौशांबी में बंदियों को अपराध की जगह ध्यान ईश्वर की ओर ले जाने के लिए तीन दिवसीय श्रीकृष्णा राम कथा चर्चा का आयोजन किया जा रहा है. कौशांबी से बीजेपी सांसद विनोद सोनकर और जिला जेल के सहयोग से 10 से 12 दिसंबर तक कथा का आयोजन होगा. सांसद का मानना है कि कथा के अमृत रूपी कथा के रसपान से कैदियों का मानसिक तनाव दूर होगा और वह जेल से छूटने के बाद दोबारा अपराध जगत में कम नहीं रखेंगे. कथा वाचक आचार्य प्रवर श्री देवव्रत जी महाराज जी अमृतरूपी कथा का रसास्वादन करा रहे हैं. सांसद विनोद सोनकर के इस अनोखे पहल की जिला जेल में चर्चा हो ही रही है. इसके अलावा कौशांबी जनपद में भी लोग प्रशंसा कर रहे हैं. आपको बता दें कि कौशांबी जेल में बंदियों एवं कैदियों के द्वारा बनाए गए काऊ कोट की साल 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में सराहना किया था. यह काऊ कोट गौशाला में संरक्षित गौवंशों को ठंड से बचाने के लिए मददगार साबित हो रहा है.
कौशांबी जिला जेल में 772 कैदी एवं बंदी निरुद्ध हैं. जिसमें 280 सजायाफ्ता और 492 विचारधाराधीन कैदी हैं. विभिन्न प्रकार के अपराध करने के बाद सभी बंदी और कैदी मानसिक तनाव से ग्रसित हैं. उन्हें घर परिवार की चिंता सताती रहती है. इसके अलावा जाने अनजाने किए गए अपराध के लिए पछतावा भी हो रहा है. सजा भुगतने के बाद जब कैदी और बंदी जेल से बाहर निकाल कर जाएं तो वह दोबारा अपराध जगत की दुनिया में फिर से कम ना रखें. इसके लिए कौशांबी सांसद विनोद सोनकर ने एक अनोखी पहल की है. उन्होंने कौशांबी जिला जेल में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण राम कथा चर्चा का आयोजन करवाया है. कथा वाचक आचार्य प्रवर श्री देवव्रत जी महाराज 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक दोपहर को बंदी एवं कैदियों को कथा सुना रहे हैं. कथा सुनने के लिए जेल अधीक्षक, जेलर, जेल कर्मचारियों के अलावा भारी संख्या में तमाम बंदी एवं कैदी शामिल हो रहे हैं. जेल में अभी तक होली, दीपावली, रक्षाबंधन समेत अन्य पर्व धूमधाम से मनाए जाते थे लेकिन यह पहला मौका है जब जिला जेल में कथा का आयोजन किया जा रहा है.
कौशांबी जेल में बने थे काउ कोर्ट
बता दें कि जब कोरोना की महामारी देश में फैली थी तो कौशांबी जेल में कोरोना के दौरान भी भारी संख्या में मास्क बनाए गए थे जिनका जेल अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा जिले के विभिन्न विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी इस्तेमाल करते थे. इतना ही नहीं गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों को ठंड से बचने के लिए बंदी और कैदियों ने जेल प्रशासन के सहयोग से पुराने कंबल काउ कोर्ट भी बनाया था, जिसे विभिन्न गौशालाओं में इस्तेमाल किया जा रहा है. कौशांबी जिला जेल के इस अनोखी पहल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साल 2020 में अपने मां के बाद कार्यक्रम में सराहना की थी.
कोई भी व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता- बीजेपी सांसद
कौशांबी सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि कथा का मकसद है, बंदी और कैदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है. उन्होंने कहा कि मेरा स्पष्ट रूप से मानना है कि कोई भी व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता है.अपराध के कई कारण होते हैं जैसे परिस्थिति, संगत के कारण होते हैं. यह कथा भागवत के माध्यम से इनको एक प्रकार से समाज से जोड़ने का प्रयास है. इस कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत देश के एसपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. जब जिला जेल के बंदी और कैदियों के द्वारा बेजुबान जानवरों के लिए काऊ कोट बनाया गया तो मुझे लगा कि यहां बैठे लोग कितने संवेदनशील हैं. निश्चितरूप से इनकी संवेदना को देखते हुए और समाज से इन्हें जोड़ने के लिए तीन दिवसीय आयोजन किया गया है. इसके साथ ही साथ यह कारागार जो होता है, एक प्रकार से बंदी सुधार गृह होता है. किस कथा के बाद उनके विचारों में, मन में परिवर्तन आए, ऐसा एक प्रयास है.
साभार : एबीपी न्यूज़
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