नई दिल्ली. पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को मजबूत करने और राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए सभी बड़े नेता चुनाव मैदान में कूद चुके हैं. अपनी सभाओं में दूसरे दल और उनके नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने में भी कोई पीछे नहीं है. इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने अब सख्ती बरती है और प्रियंका गांधी वाड्रा और आम आदमी पार्टी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के मामले में चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस जारी किया है. कारण बताओं नोटिस में चुनाव आयोग ने 16 नवंबर की रात 8 बजे तक प्रियंका गांधी वाड्रा को यह बताने को कहा है कि आखिर उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर एक्शन क्यों न लिया जाए.
16 नवंबर तक देना होगा जवाब
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को उसके सोशल मीडिया हैंडल पर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आम आदमी पार्टी को भी 16 नवंबर तक आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में जवाब देने को कहा गया है. चुनाव आयोग की ओर से AAP के राष्ट्रीय संयोजक को नोटिस जारी किया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं, जो दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है.
भाजपा ने की थी शिकायत
भाजपा ने 10 नवंबर को चुनाव आयोग से संपर्क किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘बेहद अस्वीकार्य’ और ‘अनैतिक’ वीडियो क्लिप और टिप्पणियां पोस्ट करने के लिए आप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
क्या कहा था प्रियंका गांधी ने?
प्रियंका गांधी ने सभा में कहा था कि मोदी जी ये जो भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) था, जिससे लोगों को रोजगार मिलते थे और जिससे देश आगे बढ़ रहा था, उसका आपने क्या किया? मोदी जी को ये बताना होगा कि उन्होंने इसे किसको दे दिया. अपने बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों को क्यों दे दिया.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं