कोलकाता. पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर कोलकाता हाई कोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया है कि सभी जिलों में 48 घंटों के भीतर केंद्रीय बल तैनात किया जाए. वहीं, राज्य निर्वाचन आयोग ने आदेश का पालन करने को कहा है. पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए 16 जून तक नामांकन जारी हैं. इस बीच राज्य के कई हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. गुरुवार (15 जून) को उत्तरी दिनाजपुर जिले में कथित तौर पर नामांकन दाखिल करने जा रहे तीन लोगों को गोली मारी गई, जिससे एक शख्स की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए.
CM ममता बनर्जी ने विपक्ष को लिया आड़े हाथ
इस बीच गुरुवार को ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के पीछे विपक्षी दलों का हाथ बताया. महेशतला में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि नामांकन दाखिल करने के दौरान विपक्षी दल हिंसा भड़का कर हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य की छवि खराब हो, इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि चोपड़ा इलाके में आज की हिंसा के पीछे सीपीआईएम है और दक्षिण 24 परगना के भांगोर में आईएसएफ टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमला कर रही है.
सीपीआईएम नेता ने TMC पर लगाया आरोप
सीपीआईएम के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने बताया कि जिन लोगों पर हमला हुआ वो लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस के समर्थक थे और वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब वे चोपड़ा ब्लॉक कार्यालय में नामांकन दाखिल करने के लिए जा रहे थे. सलीम ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे टीएमसी का हाथ है. वहीं, अधिकारियों ने कहा गोलीबारी की घटना के बाद तीन लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
साभार : एबीपी न्यूज़
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