नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र से भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए (NDA) सरकार को बाहर करने के लिए कांग्रेस की अगुवाई में बने विपक्षी दलों के INDI गठबंधन की चौथी बैठक मंगलवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में होगी. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव नतीजे के बाद 6 दिसंबर को प्रस्तावित इस बैठक को कई नेताओं के नहीं आ पाने की सूचना के बीच टालना पड़ गया था. तब पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान इंडी गठबंधन की बैठकें नहीं होने और आपसी तालमेल की कमी को लेकर जदयू नेता नीतीश कुमार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने सार्वजनिक रूप से कड़ा एतराज जताया था. हालांकि, दावा किया जा रहा है कि 19 दिसंबर वाली बैठक में अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, एमके स्टलीन समेत सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे. पटना, बंगलुरू और मुंबई के लंबे समय बाद दिल्ली में होने वाली इंडी गठबंधन की इस बैठक का एजेंडा आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया है. हालांकि माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 की साझा रणनीति बनाने और कई राज्यों में सहयोगी दलों के बीच लोकसभा सीटों का बंटवारा सबसे बड़ा मुद्दा होगा. दूसरी ओर, आशंका जताई जा रही है कि हाल ही में सामने आए पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को लेकर सवाल भी बैठक में उठाए जा सकते हैं.
लोकसभा सीटों के बंटवारे, पांच राज्यों के चुनावी नतीजे या संसद में सुरक्षा चूक पर चर्चा
इंडी गठबंधन की मंगलवार को होनेवाली बैठक को लेकर माना जा रहा है कि सहयोगी दलों के बीच रिश्तों को समान्य करने के लिहाज से भी अहम चर्चा की जा सकती है. पिछली बार कई नेताओं के नहीं आने को लेकर ही बैठक को टालना पड़ा था. सूत्रों के मुताबिक, इस बार सभी नेताओं की मौजूदगी पक्की है. ममता बनर्जी ने खुद बैठक के लिए दिल्ली जाने की रजामंदी की जानकारी दी है. गठबंधन की बैठक के अगले दिन वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगी. वहीं, नीतीश, अखिलेश, हेमंत, तेजस्वी, स्टालिन, शरद पवार, अब्दुल्ला समेत कई नेताओं के आने की उम्मीद है. बैठक में खास तौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब और पश्चिमी बंगाल में सीटों के बंटवारे का मुद्दा ही छाया रहेगा. सहयोगी दलों का कांग्रेस के साथ साझा उम्मीदवार तय करने से जुड़ा बड़ा सवाल तय माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जुलाई 2023 में बेंगलुरु बैठक में गठबंधन बनाने वाले कांग्रेस, टीएमसी, राजद, जदयू, आप, सपा, डीएमके समेत 26 विपक्षी दलों के नेता 19 दिसंबर की बैठक में संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर भी आपस में चर्चा कर सकते हैं. क्योंकि ममता बनर्जी ने बैठक में आने के साथ ही इस मुद्दे का भी जिक्र किया है. इसके अलावा दिल्ली में हो रही विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान संसद का शीतकालीन सत्र भी जारी रहने वाला है.
डीएमके नेताओं के विवादित बयान, सांसदों के निलंबन और भारत जोड़ो यात्रा 2.0 पर चर्चा की भी संभावना
संसद सत्र में डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस के लोकसभा में भाजपा पर हमला करने के लिए गाय से जुड़ा विवादित कमेंट और उससे पहले डीमके नेता उदयनिधि स्टालिन का सनातन पर डेंगू मलेरिया से जुड़ा विवादित कमेंट भी इंडी गठबंधन की बैठक में चर्चा का विषय बन सकता है. उत्तर भारत और दक्षिण भारत को लेकर सामने आए विवादित बयान पर सवाल उठ सकते हैं. क्योंकि इंडी गठबंधन के बाकी दलों के नेताओं के विवादित बयानों को लेकर भाजपा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हमलावर हो जाती है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने और विपक्ष के कई सांसदों के संसद सत्र से निलंबन पर भी बैठक में चर्चा की जा सकती है. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण में शामिल होने के लिए भी गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं को न्योता दिया जा सकता है. खासकर, इंडी गठबंधन में शामिल 26 पार्टियों में से 14 दलों को मिलाकर बनी संयोजक या समन्वय समिति के नेताओं को इसमें बुलाया जा सकता है.
सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस का लचीला रूख अपनाने के संकेत
पांच राज्यों के चुनावी नतीजे बाद जमीनी हकीकत को देखते हुए कांग्रेस भी इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर लचीला रूख अपनाने के संकेत दे रही है. इसलिए उम्मीद जाती जा रही है कि इंडी गठबंधन के नेताओं के बीच 19 दिसंबर की बैठक में लोकसभा सीट बंटवारे पर सहमति बनाई जा सकती है. इसके अलावा बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का साझा सचिवालय, प्रवक्ताओं का पैनल और पीएम मोदी विरोधी पॉलिटिकल नैरेटिव बनाने पर भी निर्णायक फैसला लिया जा सकता है. क्योंकि लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं. जिन राज्यों में कांग्रेस और भाजपा सीधे टक्कर में है वहां कांग्रेस को अधिक सीटें और जिन राज्यों में सहयोगी दल प्रभावशाली हैं वहां उनको ज्यादा सीटें दिए जाने की चर्चा है.
इंडी गठबंधन की बैठक के बाद 21 दिसंबर को दिल्ली में ही होगी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग
इंडी गठबंधन की 19 दिसंबर को होने वाली बैठक के तुरंत बाद 21 दिसंबर को दिल्ली में ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक भी तय की गई है. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे और लोकसभा चुनाव रकी तैयारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी से जुड़े निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी टीम की बैठक बुलायी है. इसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत राष्ट्रीय कार्यकारिणी के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी होने वाली है. उत्तर भारत के तीन हिंदीभाषी राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा, तेलंगाना में शानदार नतीजे, इंडी गठबंधन की बैठक में लिए गए निर्णयों और साझा रणनीति पर चर्चा के अलावा केंद्र सरकार को घेरने से जुड़े विभिन्न मुद्दों की तलाश पर चर्चा की जा सकती है.
साभार : जी न्यूज़
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