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भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की सोच में बुनियादी अंतर है : जेपी नड्डा

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बेंगलुरु (मा.स.स.). भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हुबली (कर्नाटक) के बीवीबी इंजीनियरिंग कॉलेज ऑडिटोरियम में बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के साथ संवाद किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कर्नाटक की डबल इंजन वाली सरकार की जन-कल्याण, विकास नीति और कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाने की दृढ़ इच्छाशक्ति पर विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक लंबी छलांग लगाई है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की सोच में बुनियादी अंतर है। भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ में यकीन रखती है जबकि कांग्रेस ‘डिवाइड एंड रूल’ की राजनीति करती है।

कांग्रेस ने 70 साल में समाज में केवल और केवल विभाजन, विभाजन और विभाजन करने का काम किया। कांग्रेस ने समाज को कभी भाषा के आधार पर, कभी जाति के आधार पर, कभी धर्म के आधार पर तो कभी क्षेत्र के आधार पर बांटा लेकिन सच्चाई है कि कांग्रेस बांटते-बांटते खुद बंट गई। 60 साल पहले तमिलनाडु में कांग्रेस के पांव उखडे थे और आज तक कांग्रेस तमिलनाडु में वापस नहीं आ पाई। केरल में कांग्रेस शासन करती थी। आज केरल में भी कांग्रेस कमजोर हो गई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस एक समय सरकार में थी, आज दोनों जगहों से गायब है। कर्नाटक में कांग्रेस का अंदरूनी झगड़ा समाप्त नहीं हो पा रहा है।

भारतीय जनता पार्टी ‘विविधता में एकता’ का सम्मान करती है। भाजपा क्षेत्रीय आकांक्षाओं का सम्मान करती है और साथ ही, राष्ट्रीय आकांक्षाओं एवं जरूरतों पर भी काम करती है। हमारे लिए ‘विविधता में एकता’ कोई नारा नहीं है बल्कि एक स्पिरिट है। हमारे प्रधानमंत्रीसंयुक्त राष्ट्र संघ में महान संत तिरुवल्लुवर की बात करते हैं, नादप्रभु कैंपेगौड़ा की बात करते हैं, कर्नाटक की संस्कृति की बात करते हैं। प्रधानमंत्रीने मन की बात में दत्तात्रेय रामचंद्रकी कविता की बात की और उनके बारे में चर्चा की। वैसे ही कन्नड़ कवि कुवेम्पुके बारे में भी चर्चा की।

आज देखिए, राष्टपति भवन में पद्म अवार्ड लेने कौन जाता है? इससे पहले कभी कोई नंगे पांव गया था? कभी कोई आदिवासी ड्रेस में इस सम्मान के साथ कोई राष्ट्रपति भवन गया था? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने भारतीय राजनीति की संस्कृति बदल दी है। आज भारत की गरीब आदिवासी बेटी राष्ट्रपति पद तक पहुँचती है। यह इंडिया नहीं बल्कि भारत है। पहले पद्म पुरस्कार कुछ चुने हुए एलीट लोगों तक ही सीमित हुआ करते थे लेकिन आज यह देश के आम नागरिकों तक पहुंचा है। आज 8 पद्म अवार्ड कर्नाटक के लोगों को मिला है।

हमारे प्रधानमंत्री छात्रों से ‘परिक्षा पे चर्चा’ करते हैं और वे छात्रों से सभी भाषाओं को सीखने की सलाह देते हैं। क्या इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने बच्चों के साथ परीक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों आपको हर भाषा के दस वाक्य सीखने चाहिए। आज 30 भाषाओं में सीआरपीएफ की भर्ती परीक्षा हो रही है। यह परिवर्तन आया है। मैं जब स्वास्थ्य मंत्री था तब प्रधानमंत्रीकी प्रेरणा से नीट की परीक्षा को कन्नड़, गुजराती, मराठी, उड़िया, बंगाली आदि भाषाओं में शुरू कराया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अपनी मातृभाषा में शिक्षा और परीक्षा पर जोर दिया गया है। क्षेत्रीय भाषाओं की महत्ता स्थापित हुई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पटल पर भारत को अग्रणी देश के रूप में स्थापित किया है। उनके नेतृत्व में विदेश नीति निर्णायक और राष्ट्र के हित में बनी है। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली तो सार्क देशों के साथ-साथ कई देशों को बुलाया। जिन देशों के साथ भारत के रिश्ते सहज और मधुर थे, उन पर भी कांग्रेस की सरकारों ने कभी ध्यान नहीं दिया। बहुत लंबे समय से अपने मित्र देशों के साथ संबंध में भी दूरियां आ गई थी। वर्षों तक भारत के प्रधानमंत्री नेपाल, श्रीलंका और बहुत सारे देश गए ही नहीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन दूरियों को समाप्त किया। वे इजरायल भी गए जबकि कांग्रेस की यूपीए सरकार की इजरायल जाने की हिम्मत ही नहीं थी क्योंकि उनके वोट बैंक की राजनीति खतरे में पड़ जाती थी।

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी सबसे पहले भूटान गए। उनके नेतृत्व में देश ने ‘पड़ोसी प्रथम’ की नीति अपनाई। उसके बाद वे नेपाल गए। यह 27 सालों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला नेपाल दौरा था। भारत के प्रधानमंत्री 28 साल बाद श्रीलंका गए। नेपाल में जब भूकंप आया तो सूर्यास्त से पहले भारत का मेडिकल सपोर्ट और लाइफ सपोर्ट सिस्टम नेपाल पहुंच चुका था जिसमें डॉक्टर, दवा, एनडीआरएफ टीम और रैपिड एक्षन की टीम सहित अन्य सामग्रियां थी। इसी तरह आर्थिक संकट से जूझते श्रीलंका को भी भारत ने मदद पहुंचाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने 100 से अधिक विदेश यात्राएं की। लगभग 60 देशों का दौरा किया। उनके प्रोग्राम चार्ट भी आपने देखे होंगे कि कैसे वे टाइम मैनेजमेंट करते थे और एक-एक मिनट का उपयोग वे देशहित के लिए करते थे।

पहले जब भी कोई देश भारत और पाकिस्तान की बात करता था तो इंडिया और पाकिस्तान के बीच हाईफन देकर बात करता था। आज ये हाइफन ख़त्म हो गया है। आज कोई भी देश भारत की बात करता है तो केवल भारत की बात करता है, पाकिस्तान की नहीं। आज भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। पहली बार किसी देश में 50 से अधिक जगहों पर जी-20 की लगभग 200 बैठकें हो रही हैं जबकि पहले केवल एक या दो शहरों में ही जी-20 की बैठकें हुआ करती थीं। इसका अर्थ है कि आज समग्र भारत जी-20 की अध्यक्षता का जश्न मना रहा है, केवल दिल्ली ही नहीं मना रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने इसमें परिवर्तन किया।

आज क्वाड, ब्रिक्स, ऐसीओ, आईटूयूटू- हर जगह भारत है। हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत को न्यौता दिया जा रहा है। जी-7 में नियमित तौर पर भारत को निमंत्रण मिल रहा है। यह भारत की बदलती तस्वीर की कहानी है। हमने देखा कि किस तरह यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने अपने छात्रों एवं अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की। बाली में हमारे प्रधानमंत्रीने कहा कि यह समय युद्ध का नहीं है। यह दिखाता है कि एक वर्ल्ड लीडर, एक स्टेट्समैन के रूप में किस तरह हमारे प्रधानमंत्रीदुनिया को आगे बढ़ने की राह दिखा रहे हैं। कोरोना काल में किस तरह प्रधानमंत्रीने देशवासियों को साथ में लेकर निर्णायक लड़ाई लड़ी, उसकी पूरी दुनिया ने मुक्त कंठ से सराहना की है।

पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है किंतु भारत आगे बढ़ रहा है। आज चाहे आर्थिक विकास दर की बात हो या महंगाई को काबू में रखने की बात, भारत दुनिया में सबसे आगे है। अब कांग्रेस के लोगों को क्या समझाएं जिन्हें Economy का ‘E’ नहीं पता। एक भी कांग्रेस शासित राज्य में पेट्रोल पर टैक्स नहीं घटाया गया। डीजल और गैस पर भी टैक्स नहीं घटाया गया। हाथी के दांत, खाने के कुछ और, दिखाने के कुछ और। आज पूरी दुनिया कह रही है कि किसी का ब्राइट फ्यूचर है तो वह इंडिया है। आज दुनिया का फोकस है तो वह इंडिया है क्योंकि भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज भारत अपनी आवश्यकता का लगभग 97 प्रतिशत मोबाइल देश में ही बना रहा है जबकि पहले 92 प्रतिशत मोबाइल बाहर से आते थे। प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव योजना से भारत ने खिलौना और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में तेज रफ़्तार पकड़ी है। भारत दुनिया का फार्मा हब बन गया है।

आज धारवाड़ में आईआईटी है। 2014 तक देश में केवल 7 एम्स थे जिसमें से भी 6 एम्स के बनने की शुरुआत श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयीकी भाजपा गठबंधन सरकार में हुई थी जबकि आज 22 एम्स हैं। इसका मतलब यह कि नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 वर्षों में 15 नए एम्स बनने की शुरुआत हुई। इसी तरह आईआईएम भी मोदी सरकार में कई बने हैं। देश में औसतन हर साल एक आईआईटी और एक आईआईएम बन रहा है। देश में लगभग 322 नए विश्वविद्यालय खुले हैं, मतलब हर सप्ताह में एक यूनिवर्सिटी खुल रही है। हुबली एयरपोर्ट का नया टर्मिनल बना है। आजादी के 70 सालों में 74 एयरपोर्ट बने जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीके नेतृत्व में केवल 9 सालों में ही लगभग 74 नए एयरपोर्ट बने। यह काम करने का स्पीड, स्किल और स्केल है। कांग्रेस को हम आँख तो दे सकते हैं लेकिन दृष्टि नहीं दे सकते क्योंकि वह बदलाव को देखना ही नहीं चाहती। कांग्रेस अपनी आंखें बंद रखे तो हम क्या कर सकते हैं?

मैं यहाँ यह बताने आया हूँ कि फ्रीबीज और सशक्तिकरण क्या अंतर है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कवरेज – यह है सही मायने में गरीबों का सशक्तिकरण। उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत मिशन महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। पीएम आवास योजना में लगभग 3 करोड़ घर बने हैं। वंदे भारत ट्रेन चल रही है। यहां फोर लेन और सिक्स लेन सड़के बन रही है। अब धारवाड़ से बेंगलुरु भी वंदे भारत ट्रेन चलने वाली है। लगभग 75 प्रतिषत एवियेशन उत्पादन का कार्य कर्नाटक में हो रहा है। तुमकुरु में एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर इंडस्ट्री बन रही है।कर्नाटक इनोवेशन, ईज आफ डूइंग बिजनेस और स्टार्टअप में देश के अन्य राज्यों से कहीं आगे है। हम्पी मॉडल रेलवे स्टेशन बना है। बेलगामी में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बन रहा है। कैम्पेगौड़ा एयरपोर्ट का टर्मिनल बना है। परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति से हटकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने विकासवाद और रिपोर्ट कार्ड की संस्कृति स्थापित की है।

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