नई दिल्ली. भारत में जर्मन दूतावास ने रविवार को भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्टर की जमकर तारीफ की और इसे देश की सफलता की कहानियों में से एक बताया. दरअसल, जर्मनी के फेडरल डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग ने भारत में लेनदेन करने के लिए यूपीआई का इस्तेमाल किया और वे इस व्यवस्था के कायल हो गए. इस संबंध में भारत में जर्मन दूतावास ने एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो और कुछ तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें विसिंग को यूपीआई कि इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है.
जर्मन दूतावास ट्वीट करते हुए लिखा, भारत की सफलता की कहानियों में से एक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है. UPI हर किसी को सेकंडों में लेनदेन करने में सक्षम बनाता है. लाखों भारतीय इसका यूज करते हैं. फेडरल डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग ने यूपीआई भुगतान की सरलता को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव किया और बहुत रोमांचित हुए. दूतावास ने मंत्री की ओर से यूपीआई की जांच करते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया.
वोल्कर विसिंग G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए हुए हैं. उन्होंने 19 अगस्त को बेंगलुरु में G20 डिजिटल मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया था. इस बीच जर्मन दूतावास ने एक्स पर लिखा था कि बेंगलुरु में G20 डिजिटल मंत्रियों की बैठक शुरू होने वाली है. मंत्री विसिंग और मेजबान मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हमारे डिजिटल संवाद के माध्यम से आईटी और विशेष रूप से AI में भारत-जर्मन सहयोग को गहरा करने पर एक व्यावहारिक चर्चा की.
इन देशों ने अपनाया भारत का UPI
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भारत में आविष्कार की गई एक मोबाइल-आधारित तेज भुगतान प्रणाली है. यह ग्राहकों को चौबीसों घंटे तुरंत भुगतान करने की सुविधा देता है. अब तक श्रीलंका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर ने इमर्जिंग फिनटेक और भुगतान समाधानों पर भारत के साथ साझेदारी की है. भारत और सिंगापुर ने अपनी-अपनी भुगतान प्रणालियों को जोड़ने के लिए फरवरी 2023 में एक अभूतपूर्व समझौते पर हस्ताक्षर किए. फ्रांस ने भी भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस पेमेंट मैकेनिज्म को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
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