मुंबई. देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी बायजूस का संकट गहराता जा रहा है। बताया जाता है कि बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन के साथ कुछ मसलों पर मतभेद की वजह से बोर्ड के कुछ अहम सदस्यों ने इस्तीफे दे दिए हैं। जिन लोगों ने इस्तीफे दिए हैं, उनमें जीवी रविशंकर, विवियन वू और रसेल ड्रेसनस्टॉक शामिल हैं। रविशंकर सिकोया कैपिटल के प्रतिनिधि थे।
अब बायजूस के बोर्ड में रिजू रवींद्रन, बायजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ बचे हैं। दिव्या बायजू रवींद्रन की पत्नी हैं। हालांकि अभी बायजूस ने इन सदस्यों के इस्तीफे की पुष्टि नहीं की है। इससे पहले 5 मई को बायजूस के ब्रांड और क्रिएटिव स्ट्रैटजी के सीनियर डायरेक्टर आदित्यन कयालाकल ने इस्तीफा दे दिया था।
निवेशकों के साथ डील पर मतभेद
कंपनी के शेयरधारकों से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, पिछले साल से ही कंपनी के संस्थापक और बोर्ड सदस्यों के बीच मतभेद चले आ रहे हैं। कंपनी जिस तरीके से चलाई जा रही है, उससे बोर्ड के सदस्य खुश नहीं हैं। खास तौर पर निवेशक कंपनियों के मैनेजमेंट के साथ बायजू की बातचीत का रुख मदभेद के केंद्र में है। बायजू बोर्ड के सदस्यों और निवेशकों की बात नहीं सुनते।
बीते वित्त वर्ष के नतीजे लंबित, ऑडिटर डेलॉय का इस्तीफा
दुनिया की सबसे बड़ी ऑडिट कंपनियों में शुमार डेलॉय ने भी बायजूस के लीगल ऑडिटर के तौर पर इस्तीफा दे दिया है। डेलॉय ने एक बयान में कहा कि 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट लंबे समय से पेंडिंग हैं। इसके अलावा वित्त वर्ष 2020-21 के बारे में भी कोई कम्युनिकेशन नहीं होने की वजह से अब तक ऑडिट शुरू नहीं हो पाया है। बायजूस ने डेलॉय की जगह बीडीओ (एमएसकेए एंड एसोसिएट्स) को कंपनी का लीगल ऑडिटर नियुक्त किया है।
साभार : दैनिक भास्कर
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