कोलकाता. केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शनिवार से प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। मामला कैश फॉर क्वेरी केस से जुड़ा है। CBI ने लोकपाल के निर्देश के बाद जांच शुरू की है। एजेंसी इस जांच के आधार पर ही तय करेगी कि मोइत्रा के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया जाए या नहीं। प्रारंभिक जांच के तहत CBI किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकती या तलाशी नहीं ले सकती है, लेकिन वह जानकारी मांग सकती है। साथ ही TMC सांसद से पूछताछ भी कर सकती है।
मामले में महुआ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि CBI जांच की जानकारी मुझे नहीं दी गई है। लोकपाल एक्ट के तहत लोकपाल की वेबसाइट में भी आदेश की कॉपी को अपलोड नहीं किया गया है। महुआ ने आगे कहा कि उम्मीद है कि 13,000 करोड़ रुपए के घोटाले में अडाणी के खिलाफ भी CBI जांच करेगी। दरअसल, TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकपाल से शिकायत की थी। उन पर संसद की आईडी और पासवर्ड बिजनेसमैन हीरानंदानी को देने का आरोप लगा था। इसके बाद जांच के लिए एथिक्स कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने 10 नवंबर को अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भेजकर मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की बात कही थी।
साभार : दैनिक भास्कर
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