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कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी तो कर्नाटक रिवर्स गियर में चला जाएगा : अमित शाह

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बेंगलुरु (मा.स.स.). केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कर्नाटक के तेरदल (बगलकोट) एवं देवरा हिप्पार्गी (विजयपुरा) में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित किया और कर्नाटक की जनता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार बनाने की। अपील की। ज्ञात हो कि शाह कर्नाटक विधान सभा चुनाव प्रचार के मद्देनजर कल से कर्नाटक में हैं। उन्होंने कल हुबली में प्रेस वार्ता भी की थी और चामराजनगर एवं हासन में भव्य रोड शो भी किया था। जनसभाओं को संबोधित करने से पूर्व आज सर्वप्रथम शाह ने तेरदल में अल्लमप्रभु मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।

विदित हो कि अल्लमप्रभु भगवान् बसवन्ना की बातों को आगे ले जाने वाले एक प्रमुख प्रचारक और संत होने के साथ-साथ महान कवि भी थे। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से भगवान् बसवन्ना के वचनों को हर गाँव में पहुँचाया। शाह ने कर्नाटक की जनता से अपील करते हुए कहा कि जनसभा में उमड़ी भीड़ बता रही है कि कर्नाटक की जनता ने राज्य में पुनः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली गरीब हितैषी सरकार बनाने का मन बना लिया है। यह चुनाव कर्नाटक के भविष्य को प्रधानमंत्री जी के हाथों में देने वाला चुनाव है। गलती से भी कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी तो कर्नाटक रिवर्स गियर में चला जाएगा। इसलिए, यहाँ भाजपा की सरकार फिर से बननी बहुत जरूरी है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले चार सालों में हमारे वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा जी और हमारे मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जी ने कर्नाटक के विकास के लिए बहुत कुछ किया है। भाजपा को वोट मतलब विकास को वोट और कांग्रेस को वोट मतलब ऑल टाइम हाई करप्शन, ऑल टाइम हाई तुष्टिकरण और दंगे। कांग्रेस पार्टी रिवर्स गियर वाली पार्टी है। कांग्रेस की सरकार जब-जब आती है – विकास ठप्प पड़ जाता है और भ्रष्टाचार चरम पर पहुँच जाता है। जेडीएस को वोट देने का मतलब है कांग्रेस को वोट देना और कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पीएफआई को बढ़ावा देना।

शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वोट बैंक के लालच में पड़े बिना धर्म के आधार पर दिए गए मुस्लिम आरक्षण को ख़त्म कर दिया। हमारा स्पष्ट मानना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है। धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। भाजपा सरकार ने मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर एससी, एसटी, वोक्कालिगा और लिंगायत समाज के आरक्षण में बढ़ोत्तरी की है। एससी भाईयों के आरक्षण में भी आंतरिक तौर पर आरक्षण का प्रावधान किया गया है। एससी लेफ्ट के लिए 6 प्रतिशत और एससी राइट के लिए 5.50 प्रतिशत आरक्षण की है। बाकी के लिए भी 5.50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। भारतीय जनता पार्टी ने आंतरिक आरक्षण करके सामाजिक न्याय की भावना को और मजबूत किया है।

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कहते हैं कि कांग्रेस की सरकार आयी तो मुस्लिम आरक्षण फिर से आएगा। मैं कांग्रेस अध्यक्ष से पूछना चाहता हूं कि यदि आप 4 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण को कर्नाटक में फिर से लागू करेंगे तो आप फिर किसके आरक्षण में कटौती करेंगे? क्या आप वोक्कालिगा समाज का आरक्षण कम करेंगे, लिंगायत समाज का आरक्षण कम करेंगे या दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों के आरक्षण पर प्रहार करेंगे? भाजपा किसी भी कीमत पर एससी, एसटी, वोक्कालिगा और लिंगायत समाज का आरक्षण कम नहीं होने देगी। कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए शाह ने कहा कि हमारे एक दो नेता अभी पार्टी छोड़ गए। इससे कांग्रेस को लगता है कि उनको बहुत बड़ा फायदा हो गया।

मैं कांग्रेस पार्टी को कहना चाहता हूं कि इससे आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा लिंगायत समाज का अपमान ही किया है। इतने लंबे समय में कांग्रेस ने सिर्फ दो ही लिंगायत मुख्यमंत्री दिए। एक एस निजलिंगप्पा और दूसरे वीरेंद्र पाटिल। कांग्रेस ने दोनों को अपमानित करके बाहर निकाला। उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस, दोनों पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जब येदियुरप्पा जी को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया था तो जेडीएस के साथ मिलकर येदियुरप्पा जी को पद से हटने पर मजबूर करने वाली यही कांग्रेस पार्टी थी। कांग्रेस अब भाजपा से आये हुए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ने की बात करती है, यही बताता है कि कांग्रेस में कितनी बैंकरप्सी आ गई है। इसे कर्नाटक और ख़ासकर उत्तरी कर्नाटक और कित्तूर-कर्नाटक के लोग सहन नहीं करेंगे।

जेडीएस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जेडीएस को वोट देने का मतलब है कांग्रेस को वोट देना और कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पीएफआई से बैन हटाना। यदि कांग्रेस को वोट देना नहीं चाहते तो वोट सीधा भारतीय जनता पार्टी को दें। मैं वादा करता हूँ कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी पूरे कर्नाटक का सर्वांगीण विकास करेगी। दक्षिण में पीएफआई से सबसे बड़ा खतरा कर्नाटक को ही था। भाजपा सरकार ने देशविरोध में काम करने वाले संगठन पीएफआई पर बैन लगाया जबकि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार में न केवल पीएफआई से कई केस हटाए गए बल्कि पीएफआई के कई लोगों को भी छोड़ा गया। अब कांग्रेस कह रही है कि कांग्रेस की सरकार आने पर पीएफआई से बैन वापस हटाएंगे। ऐसी सरकार को सत्ता में आने का कोई अधिकार नहीं है।

कर्नाटक में पीएफआई वाले हिंसा का तांडव करते थे। भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण की हत्या पीएफआई द्वारा की गई। कांग्रेस की सरकार में देशविरोधी संगठन पीएफआई को काम करने की खुली छूट मिली हुई थी। हमने कर्नाटक को सुरक्षित करने के लिए एनआईए का दफ्तर खोला जिसमें 14 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई। मेंगलुरु ब्लास्ट एवं अन्य घटनाओं की एनआईए ने जांच करके दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे डाला। शाह ने कहा कि ये नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसने आतंकवाद पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक किया जबकि कांग्रेस की सरकार में आतंकवाद सर चढ़के बोलता था। ये नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसने धारा 370 ख़त्म किया और जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया। ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिनके कर-कमलों से प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलान्यास हुआ। कांग्रेस पार्टी ने कभी भी देश के सांस्कृतिक स्थलों को सम्मान नहीं दिया जबकि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा सांस्कृतिक पुनरुद्धार की बात की है और आगे भी करती रहेगी।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी रिवर्स गियर वाली है। उनकी सरकार जब जब आती है, विकास थम सा जाता है। भाजपा सरकार जो विकास करके जाती है, कांग्रेस वाले उसे रिवर्स करके वहीं ले आते हैं। कांग्रेस वाले रिवर्स गियर में ही चलते हैं। डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि अपर भ्रदा परियोजना के लिए 5,300 करोड़ रुपये, अपर कृष्णा परियोजना के लिए 5,000 करोड़ रुपये जबकि कलसा-बंदूरी पेयजल परियोजना के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं। कांग्रेस ने उत्तर कर्नाटक के साथ हमेशा अन्याय किया है जबकि भारतीय जनता पार्टी जब भी शासन में आई है, तब से उत्तर कर्नाटक के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। सोनिया-मनमोहन नेतृत्व वाली कांग्रेस यूपीए सरकार ने 2009-2014 की अवधि में कर्नाटक को मात्र 94 हजार करोड़ रुपये दिए थे जबकि मोदी सरकार ने यह राशि बढ़ाकर 2.26 लाख करोड़ रुपये कर दिया।

शाह ने कहा कि बोम्मई सरकार ने नेकर विकास निगम की स्थापना की। नेकर सम्मान योजना के तहत 2 लाख से अधिक बुनकरों को मिलने वाली वित्तीय सहायत दो हजार रुपये से बढ़ाकर 5 हजार रुपये कर दी गई है। वहीँ, ब्याज रहित ऋण दो लाख रुपये तक देने की व्यवस्था की गयी। 11 लाख बच्चों को 725 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी जा रही है। 7 मॉडल विश्विद्यालय बनाये गए। बगलकोट में जिला अस्पताल को अपग्रेड किया। हम्पी, बादामी, ऐहोल, विजयपुरा को पर्यटन सर्किल के रुप में विकसित किया गया। बादामी की ऐतिहासिक गुफाओं के समीप विकास करके पर्यटन को प्रोत्साहित किया गया। लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से बेलगावी धारवाड़ रेलवे शुरू कराई गई, 210 करोड़ रुपये की लागत से बागलकोट कुदाची रेलवे लाइन सहित अन्य कई रेल लाइंस कर्नाटक में शुरु की गई। लगभग 550 करोड़ रुपये की कैनूर लीप सिंचाई योजना सहित अन्य सिंचाई परियोजनाओं के लिए लगभग 1,600 करोड़ रुपये व्यय किये गए। शिवगांव में टेक्सटाईल पार्क स्थापति किये जा रहे हैं जो लगभग 10 हजार करोड़ लोगों को नौकरी देगा। 220 करोड़ रुपये की लागत से बीजापुर एयरपोर्ट की स्वीकृति दी गयी।

मंत्री ने कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कर्नाटक में गरीब कल्याण के ढेर सारे काम किए हैं। 4 लाख गरीबों को घर दिए गए, 43 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल पहुंचाया गया, 48 लाख शौचालय निर्मित किये गए, 4 करोड़ लाभार्थियों को प्रति माह पांच किलो चावल / पांच किलो रागी मुफ्त दिया गया। आयुष्मान भारत योजना के माध्मय से गरीबों को पांच लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज कराने की सुविधा दी जा रही है। कर्नाटक में, 37 लाख महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन और सिलिंडर अब तक दिए गए।इसके अतिरिक्त, 54 लाख किसानों को प्रति माह किसान सम्मान निधि के तहत 10 हजार रुपये सीधे बैंक खाते में दिए गए। किसान सम्मान निधि के लिए 15 हजार करोड़ रुपये कर्नाटक के किसानों को दिया। कांग्रेस की सरकार के दौरान, गन्ना किसानों को 2,100 रुपये प्रति टन एफआरपी दिया गया था, जिसे भाजपा सरकार द्वारा बढ़ाकर 3,150 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। कर्नाटक के किसानों के लिए यह बड़ी राहत की बात है। डबल इंजन की सरकार में, भारतीय जनता पार्टी की सरकार कलसा-बंदूरी, अपर भद्रा, लम्बानी और कुरुबरहट्टी के गाँवों को राजस्व गांव का दर्जा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आपने अपने 60 साल के शासन में यदि इसका दस प्रतिशत भी काम किया हो, तो जनता से वोट मांगना। मगर कर्नाटक कांग्रेस को अपने दो नेताओं की लड़ाई से बाहर आने का वक्त ही नहीं मिल पाता कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री? मैं कांग्रेस पार्टी से कहना चाहता हूँ कि मुख्यमंत्री बनने की आपसी लड़ाई बंद करो क्योंकि मुख्यमंत्री बनने का आपका नम्बर आने वाला ही नहीं है। इस बार भी भारतीय जनता पार्टी का ही मुख्यमंत्री बनने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में कर्नाटक में फिर से डबल इंजन की सरकार बनेगी।

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