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भाजपा ने लगाया दिल्ली जल बोर्ड में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप

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नई दिल्ली. बीजेपी ने दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगाया है। सोमवार को पार्टी ने सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया। बीजेपी ने दावा किया कि केजरीवाल जल्‍द ही सलाखों के पीछे जाएंगे। बीजेपी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि शराब घोटाले, डीटीसी बस घोटाले, क्लास रूम घोटाले और शीशमहल घोटाले के बाद अब दिल्ली जल बोर्ड में भी घोटाला सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के पीएचडी होल्डर केजरीवाल इन सब घोटालों के किंगपिन हैं। लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वह संवैधानिक पद पर बैठकर घोटाले पर घोटाला करते रहेंगे और जांच एजेंसी चुप रहेगी, तो ऐसा नहीं होगा। केजरीवाल को इस गुमान में नहीं रहना चाहिए और वह दिन दूर नहीं है जब अपने तमाम भ्रष्टाचार के लिए अरविंद केजरीवाल भी सजा पाएंगे और जेल की सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की भी मांग की।

दिल्ली जल बोर्ड में ‘घोटाले’ की क्‍या है कहानी

दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगाते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि 10 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को 2 कैटेगरी में बांटा गया। पहली कैटेगरी में केवल अपग्रेडेशन होना था और दूसरी कैटेगरी में क्षमता बढ़ाने का काम होना था। 2022 में दिल्ली जल बोर्ड ने इसके ठेके दिए, जिनकी कुल वैल्यू 1,938 करोड़ रुपये के आसपास थी जबकि इसकी अनुमानित लागत सिर्फ 1,500 करोड़ रुपए थी, इसका सीधा मतलब है कि इसमें इनके द्वारा स्वयं लगवाए गए एस्टीमेट में 30 प्रतिशत की वृद्धि कर के ठेके दिए गए। उन्होंने कहा कि इन 10 प्रोजेक्ट के लिए 10 डीपीआर बननी थी, लेकिन दो ही बनवाए गए और इसे सभी 10 पर लागू कर दिया गया और इस तरह से मूल्यांकन बढ़ा कर और अपने लोगों को ठेका देकर 450-500 करोड़ रुपये के आसपास का यह घोटाला किया गया।

दिल्ली जल बोर्ड ठेकेदार संघ हड़ताल पर

दिल्ली जल बोर्ड (डीजीबी) ठेकेदार संघ के महासचिव विनय मंगला ने कहा कि बकाए का भुगतान न होने के कारण ठेकेदार हड़ताल पर हैं। उन्होंने दावा किया कि लगभग 1,150 ठेकेदार तब तक अपना काम बंद रखेंगे, जब तक सभी को भुगतान नहीं किया जाता।  उन्होंने कहा, ‘यह एक खुली हड़ताल है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह एक सप्ताह तक चलेगी।’

साभार : नवभारत टाइम्स

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