मुंबई. पिछले दिनों इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति ने कहा था कि भारत की वर्क प्रोडक्टिविटी दुनिया में सबसे कम है। इसलिए देश के युवाओं को 12-12 घंटे काम करना जरूरी है। मूर्ति पॉडकास्ट ‘द रिकॉर्ड’ के लिए इंफोसिस के पूर्व CFO मोहनदास पई से बात कर रहे थे। इसमें नारायण मूर्ति ने ये भी कहा था- चीन को पछाड़ना है तो हफ्ते में 70 घंटे काम करना होगा। अब मूर्ति के इस बयान को JSW ग्रुप के फाउंडर सज्जन जिंदल का सपोर्ट मिल गया है। जिंदल ने कहा- मैं मूर्ति की बात से सहमत हूं, हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी भी हर रोज 16 घंटे से ज्यादा काम कर रहे हैं। हमें अपने काम में और राष्ट्र निर्माण में जुनून तलाशना होगा।
जिंदल बोले- यह थकान की नहीं, समर्पण की बात है
सज्जन जिंदल ने सोशल मीडिया अकाउंट X (पहले ट्विटर) पर लिखा- हमें भारत को एक ऐसी आर्थिक महाशक्ति बनाना है, जिस पर हम सभी गर्व कर सकें। हमारे तेजी से विकसित हो रहे देश को फाइव डे वर्किंग कल्चर की जरूरत नहीं है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हर रोज 14-16 घंटे से ज्यादा काम करते हैं। मेरे पिता 12-14 घंटे काम करते थे। मैं खुद हर रोज 10-12 घंटे काम करता हूं।
एक और पोस्ट में वे लिखते हैं- हमें अपने काम में और राष्ट्र निर्माण में जुनून तलाशना होगा। विकसित देशों की तुलना में भारत की परिस्थितियां और सामने आने वाली चुनौतियां अलग हैं। वे हफ्ते में 4 या 5 दिन काम कर रहे हैं, क्योंकि उनकी पिछली पीढ़ियां लंबे समय तक और ज्यादा प्रोडक्टिव घंटे बिताती थीं। हम उनके वर्क कल्चर को अपने वर्क वीक का स्टैंडर्ड नहीं बना सकते। जिंदल ने कहा- भारत की सबसे बड़ी ताकत हमारे युवा हैं। महाशक्ति बनने की हमारी यात्रा में, इस पीढ़ी को आराम से ज्यादा काम को प्राथमिकता देनी होगी। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, आराम के अवसर मिलेंगे और 2047 के युवाओं को हमारे बलिदानों और परिश्रम का फायदा मिलेगा।
मल्टीनेशनल बिजनेस ग्रुप है JSW
JSW ग्रुप भारत का मल्टीनेशनल ग्रुप है। यह ओपी जिंदल ग्रुप का हिस्सा है, सज्जन जिंदल इसके फाउंडर हैं। ग्रुप के बिजनेस वेंचर्स में स्टील, एनर्जी, बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट और पेंट शामिल हैं। बिजनेस भारत के अलावा अमेरिका और अफ्रीका में भी फैला है। जिंदल ग्रुप ने 2013 की बाढ़ में तबाह हुए केदारनाथ के रेस्टोरेशन और रेनोवेशन काम के लिए भी उत्तराखंड सरकार के साथ MoU साइन किया था।
PM मोदी के करीबी माने जाते हैं सज्जन जिंदल
सज्जन, कांग्रेस सांसद रहे नवीन जिंदल के बड़े भाई हैं। उन्हें पीएम मोदी का करीबी कहा जाता है। 25 दिसंबर 2015 को जब पीएम मोदी ने अचानक अफगानिस्तान से लाहौर जाने का फैसला किया था, तब यह खबरें आई थीं कि यह फैसला सज्जन जिंदल की वजह से लिया गया। सज्जन, पीएम मोदी से पहले ही लाहौर पहुंच चुके थे और ऐसे में इस बात को और बल मिला था।
नारायण मूर्ति ने पॉडकास्ट ‘द रिकॉर्ड’ में कहीं ये 5 बड़ी बातें
- जब तक हम अपनी वर्क प्रोडक्टिविटी में सुधार, सरकार में भ्रष्टाचार को कम और नौकरशाही के फैसले लेने में होने वाली देर को कम नहीं करते, तब तक हम उन देशों से कॉम्पिटिशन नहीं कर सकेंगे जिन्होंने जबरदस्त तरक्की की है।
- हमारे युवाओं को कहना चाहिए कि यह मेरा देश है और मैं हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहूंगा। सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद जर्मन और जापान के लोगों ने यही किया था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया था कि हर शख्स एक्स्ट्रा टाइम काम करे।
- हर सरकार लोगों की संस्कृति जितनी ही अच्छी होती है। हमारी संस्कृति को, दृढ़ संकल्प वाली संस्कृति में बदलना होगा। हमें अनुशासित होने और वर्क प्रोडक्टिविटी में सुधार करने की जरूरत है। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे, तो बेचारी सरकार क्या कर सकती है?
- पिछले 300 सालों में पहली बार, भारत को राष्ट्रों की समिति की नजरों में कुछ सम्मान मिला है। उस सम्मान को मजबूत करना हर भारतीय की जिम्मेदारी है, खासकर युवाओं की।
- दुनिया में खुद को साबित करने का एकमात्र तरीका प्रदर्शन है। इससे पहचान मिलती है और पहचान से सम्मान मिलता है। यही सम्मान, शक्ति की ओर जाता है। चीन इसका बड़ा उदाहरण है।
- देश के सभी युवाओं से मेरा अनुरोध है कि इसे महसूस करें और अगले 20 से 50 सालों तक दिन में 12 घंटे काम करें, ताकि भारत GDP के मामले में नंबर एक या दो बन जाए।
साभार : दैनिक भास्कर
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