नई दिल्ली. अर्थशास्त्री और पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ( Dr. Bibek Debroy Passed Away) का आज 69 साल की उम्र में निधन हो गया. बिबेक देबरॉय का निधन आज सुबह 7 बजे दिल्ली एम्स में हुआ. वह आंत संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने शोक जताते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की. बिबेक देबरॉय पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित थे. पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बनने से पहले देबरॉय पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (जीआईपीई) के चांसलर भी रहे.
राष्ट्रपति मुर्मू ने दी बिबेक देबरॉय को श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर लिखा, “डॉ. बिबेक देबरॉय के निधन से देश ने एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक बुद्धिजीवी खो दिया. उन्होंने नीति निर्माण से लेकर हमारे महान ग्रंथों के अनुवाद तक विविध क्षेत्रों को समृद्ध किया. भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य के बारे में उनकी समझ असाधारण थी. उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. मैं उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं.”
पीएम मोदी ने दी श्रद्वांजलि
पीएम मोदी ने एक पुरानी तस्वीर शेयर कर देबरॉय को महान स्कॉलर कहा. पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि डॉ. बिबेक देबरॉय जी एक महान विद्वान थे. वह अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, आध्यात्मिकता और अन्य दूसरे क्षेत्रों में पारंगत थे. अपने कामकाज के जरिए उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी.
पीएम मोदी ने डॉ. देबरॉय को किया याद
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, मैं डॉ. देबरॉय को कई सालों से जानता था. उनके अकादमिक डिस्कोर्सेज को लेकर पैशन को मैं हमेशा प्रेमपूर्वक याद रखूंगा. उनके निधन से दुखी हूं. उसके परिवार और दोस्तों के लिए संवेदनाएं. ॐ शांति.”
बिबेक देबरॉय प्रतिष्ठित स्कॉलर थे-ममता
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी बिबेक देबरॉय के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और पीएम की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय के आकस्मिक निधन की खबर से दुखी हूं. वह बंगाल के एक प्रतिभाशाली बेटे और प्रतिष्ठित स्कॉलर थे. वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री, एक विपुल लेखक और साथ ही एक उत्कृष्ट शिक्षाविद थे. आर्थिक मुद्दों पर उनके मार्गदर्शन और देश के विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए हमेशा उनकी तारीफ की जाएगी. समाचार पत्रों में उनके लेखों ने लाखों लोगों को समृद्ध और प्रबुद्ध किया. डॉ. देबरॉय अपने पीछे अर्थशास्त्र, शिक्षा और साहित्य की दुनिया में एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.
साभार : एनडीटीवी
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