कोलकाता. घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (2 अप्रैल) को तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता महुआ मोइत्रा पर बड़ा एक्शन लिया. ED की टीम ने मोइत्रा पर PMLA के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. यह एफआईआर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज की गई है. आरोप है कि TMC नेता ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम नियमों का उल्लंघन किया है. एक दिन पहले ही बंगाल बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा था कि महुआ मोइत्रा चुनाव संपन्न होने से पहले गिरफ्तार हो जाएंगी.
इससे पहले महुआ मोइत्रा को ED ने फेमा से जुड़े एक मामले में समन भेजकर 28 मार्च को पेश होने के लिए कहा था. इसपर मोइत्रा की तरफ से कहा गया था कि फिलहाल वो लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. लिहाजा पूछताछ के लिए वो उक्त दिन पर पेश नहीं हो पाएंगी. ED की तरफ से यह महुआ को तीसरा समन था. इससे पहले मोइत्रा ने ED को चिट्ठी लिखकर पेशी के लिए समय मांगा था. हालांकि, तीसरे समन पर भी वह ED के समक्ष पेश नहीं हुईं.
ED दर्ज करेगी महुआ का बयान
दरअसल, ED, PMLA के प्रावधानों के तहत महुआ मोइत्रा का बयान दर्ज करना चाहती है. उनके खिलाफ एनआरआई खाते से जुड़े लेनदेन की जांच की जा रही है. इसके अलावा विदेश में पैसे भेजने के कुछ अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर कई आरोप लगाए थे. निशिकांत ने कहा था कि महुआ ने कारोबारी हीरानंदानी से महंगे गिफ्ट और पैसे लेकर अदाणी समूह और प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछा था. इस मामले में सांसदी जाने के बाद महुआ मोइत्रा को सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ा था.
कृष्णानगर सीट से TMC उम्मीदवार हैं महुआ
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से एक बार फिर महुआ मोइत्रा को ही उम्मीदवार बनाया है. इस बार महुआ मोइत्रा को स्थानीय शाही परिवार की बीजेपी की उम्मीदवार अमृता रॉय से सीधी चुनौती मिल रही है. 49 वर्षीय महुआ मोइत्रा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कृष्णानगर में आसानी से जीत हासिल की थी और 45 प्रतिशत वोट हासिल कर भाजपा के कल्याण चौबे को 60 हजार वोटों से हराया था.
साभार : एबीपी न्यूज
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