मुंबई. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार गठन की कवायद तेज कर दी है। सोमवार को भाजपा ने महाराष्ट्र में दो पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। अब प्रदेश में भाजपा जल्द अपना विधायक दल का नेता चुनेगी। अभी तक महाराष्ट्र के सीएम का एलान नहीं हुआ है। मगर माना जा रहा है कि अगला मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा।
पांच दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि नई महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पांच दिसंबर की शाम को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। भाजपा विधायक समारोह से पहले अपने नेता का चुनाव करने के लिए मिलेंगे। हालांकि पार्टी ने सीएम चेहरे की कोई घोषणा नहीं की है। मगर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सीएम की रेस में सबसे आगे हैं। उम्मीद है कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा।
नामों के साथ आएंगे केंद्रीय पर्यवेक्षक
भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने रविवार को कहा कि भाजपा के विधायक दल के नेता के चयन के लिए बैठक जल्द होगी। मुंगतीवार ने कहा कि केंद्र से प्रतिनिधि नामों के साथ आएंगे। नामों के चयन के बाद आधिकारिक रूप से घोषणा की जाएगी। घोषणा शपथ ग्रहण समारोह से पहले की जाएगी। उधर, महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह बुखार से उबर चुके हैं और उनका स्वास्थ्य अच्छा है। पिछले कुछ दिनों से गले में संक्रमण और बुखार से पीड़ित शिंदे ने कहा कि व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद वह आराम करने सतारा जिले में स्थित अपने पैतृक गांव आए हैं।
श्रीकांत शिंदे बनेंगे डिप्टी सीएम?
एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को डिप्टी सीएम बनाने की कयासबाजी भी शुरू हो गई है। हालांकि श्रीकांत शिंदे ने खुद ही इन अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि मेरे डिप्टी सीएम बनाए जाने के बारे में काफी चर्चा और अफवाहें चल रही हैं। वास्तव में इसमें कोई सच्चाई नहीं है। डिप्टी सीएम बनने वाली सभी खबरें निराधार हैं।
महायुति को मिली प्रचंड जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को 236 सीटों पर जीत मिली है। सबसे अधिक 132 सीटों पर भाजपा, 51 सीटों पर शिवसेना और 46 सीटों पर अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने जीत हासिल की। विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। विपक्ष में सबसे अधिक 20 सीटों पर शिवसेना, 16 सीटों पर कांग्रेस और 10 सीटों पर शरद पवार की एनसीपी (एसपी) ने कामयाबी हासिल की। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटें 288 हैं। बता दें कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी विधानसभा सीटों पर एक साथ मतदान हुआ था। तीन दिन बाद यानी 23 दिसंबर को मतगणना हुई थी।
साभार : दैनिक जागरण
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