लखनऊ. बहराइच के महाराजगंज में रविवार को हुई युवक रामगोपाल मिश्र की हत्या व हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपितों को शुक्रवार सुबह सीजेएम आवास पर पेशी के लिए लाया गया। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। सभी आरोपितों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। पूरे मामले में अब तक 13 मुकदमे दर्ज कर 61 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो आरोपितों पर पुलिस टीम पर फायर झोंकने का मुकदमा नानपारा कोतवाली में दर्ज किया गया है। हरदी थाना क्षेत्र के ग्राम महाराजगंज में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दाैरान हुए बवाल में छह हत्यारोपितों रिंकू उर्फ सरफराज, तालिब उर्फ सबलू, अब्दुल हमीद, फहीम व अफजल को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें रिंकू उर्फ सरफराज व तालिम उर्फ सबलू पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए थे।
शुक्रवार को सभी आरोपितों को जिला न्यायालय में पेश किया जाना था, लेकिन सुरक्षा कारणों को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक ने सीजेएम से वार्ता कर सभी आरोपितों की उनके आवास जजेज कालोनी ले-जाकर पेशी करवाई। सीजेएम प्रतिभा चौधरी ने सभी को न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया। थानाध्यक्ष हरदी कमलशंकर चतुर्वेदी ने बताया कि 14 दिनों की जेल हुई है। उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। इस दौरान सुरक्षा पुलिस व पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था।शुक्रवार का दिन होने के चलते मस्जिदों के आसपास पुलिस, पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। स्वयं डीएम मोनिका रानी व एसपी वृंदा शुक्ल पैदल मार्च कर लोगो में सुरक्षा की भावना जगा रही थी।
दो पक्षों से हो रही गिरफ्तारी
महराजगंज में हुई हत्या व हिंसा के मामले में अब तक 61 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें 38 मुस्लिम युवक शामिल हैं, जबकि 24 हिंदू युवकों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। थानाध्यक्ष कमलशंकर चतुर्वेदी ने बताया कि देर रात तक अन्य कई आरोपितों को गिरफ्तारी हो सकती है।
कड़ी सुरक्षा के बीच अता हुई जुमे की नमाज
महराजगंज में रामगोपाल की हत्या व हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए छह आरोपितो की गिरफ्तारी के बाद दो लो पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए थे। इसको लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश मुखर होने की आशंका थी। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोगों की प्रतिक्रिया होने की आशंका के चलते सभी मस्जिदों के आसपास पुलिस व पीएसी के जवान मुश्तैद थे।
मृतक के घर जाने वाले रास्ते पर पीएसी का पहरा
रामगांव के रेहुआ मंसूर निवासी मृतक रामगोपाल मिश्र के घर जाने वाले रास्ते पर पुलिस व पीएसी का पहरा लगाया गया था। मृतक के घर जाने वाले रास्ते से दो किलोमीटर पहले पुलिस अधिकारियों ने बैरिकेडिंग करा दी थी, जिसके उस पार मीडियाकर्मियों के जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था। माना जा रहा है मृतक के परिवारजन की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों ने यह कदम उठाया है।
पुलिस पर फायर झोंकने का मुकदमा दर्ज
हत्या के मामले में पकड़े गए पांच आरोपितों में रिंकू उर्फ सरफराज व तालिम पर पुलिस कर्मियों हत्या के प्रयास व आयुष अधिनियम का भी मुकदमा कोतवाली नानपारा में दर्ज किया है। आरोप है कि रामगोपाल मिश्र की हत्या में प्रयुक्त असलहा को बरामद कराने के लिए आरोपितों को पुलिस ले गई थी, जहां उन्होंने भागने की नीयत से फायर कर दिया।
साभार : दैनिक जागरण
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