कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 26 मार्च को बशीरहाट की भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा से बात की। मोदी ने रेखा को शक्ति स्वरूपा बताया। रेखा ने ही संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं के यौन शोषण का मुद्दा उठाया था। मोदी ने रेखा पात्रा के चुनाव कैंपेन और उन्हें अपनी पार्टी की तरफ से दिए जा रहे समर्थन के बारे में भी जानकारी जुटाई। काफी विवाद के बाद मुख्य आरोपी TMC नेता शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद TMC ने भी शाहजहां को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया था।
मोदी की रेखा पात्रा से 9.08 मिनट चर्चा, पढ़ें पूरी बातचीत
मोदी: रेखाजी नमस्कार…
रेखा: नमस्कार प्रधानमंत्रीजी। आपका बहुत धन्यवाद।
मोदी: सबसे पहले आपका हालचाल जानना है। आप एक बड़ा दायित्व निभाने जा रही हैं। इस समय कैसा लग रहा है?
रेखा: बहुत अच्छा लग रहा है। आपका हाथ मेरे सिर पर है। आप तो संदेशखाली की महिलाओं के लिए भगवान के समान हैं। ऐसा लग रहा है कि रामजी हमारे साथ हैं और रामजी का हाथ हमारे सिर पर है।
मोदी: सभी बहनों का हाथ मेरे सिर पर है। रेखाजी मुझे आपका संदेश मिला था। मेरी कोशिश होती है कि मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करूं। मैं जानता हूं, आप बंगाल की विपरीत परिस्थितियों में प्रचार कर रही हैं। जब आपका नाम घोषित हुआ तो क्या लगा, क्या माहौल था। आपको किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। विस्तार से बताएं। चित्र समझना चाहता हूं।
रेखा: हमारे साथ जो दुर्घटना घटी थी, वह बहुत ही दुर्भाग्यशाली है। हम सिर्फ संदेशखाली की मां-बहन नहीं हैं। हम बशीरहाट की मां-बहने सभी एक साथ हैं। हम चाहते हैं कि संदेशखाली के आरोपी को सजा मिले। हम लोग 2011 से वोट नहीं दे पाए। हम चाहते हैं कि अब वोट दे पाएं, इससे संदेशखाली की मां-बहन खुश होंगी।
मोदी: मुझे पूरा विश्वास है कि आपकी बात इलेक्शन कमीशन तक जरूर पहुंचेगी। सभी मतदाता मतदान कर पाएं, इसके लिए इलेक्शन कमीशन पूरी मदद करेगा। जब आपका नाम घोषित हुआ तब क्या मैसेज गया।
रेखा: सब बहुत खुश हैं। कुछ टीएमसी की महिलाओं ने इसका विरोध किया। बाद में उन्होंने भी मान लिया कि उन्होंने विरोध टीएमसी के कहने पर किया। उनसे हमारी दुश्मनी नहीं है।
मोदी: मुझे लग रहा है कि भाजपा ने आपको उम्मीदवार बनाकर बहुत बड़ा काम किया। आप चुनाव में अभी उतरी हैं और विरोधी भी आपके साथ आ गए हैं। आपके विचार सुनकर मुझे अच्छा लगा। रेखाजी मुझे पता लगा है कि बशीरहाट की महिलाएं आपको बहुत सम्मान दे रही हैं।
रेखा: मैं उनके घर की बेटी हूं। वो मेरे साथ हैं, यह सुनकर मैं बहुत खुश हूं। मुझे पूरा सपोर्ट मिलेगा तो हम उनके लिए बहुत कुछ कर पाएंगे। मैं भी गरीब घर की बेटी हूं। मेरे पति तमिलनाडु में काम करते हैं। हम सबके लिए ऐसा करेंगे कि उन्हें बाहर ना जाना पड़े।
मोदी: आप एक प्रकार से शक्ति स्वरूपा हैं। आपने इतने ताकतवार को जेल भेज दिया। आपको अंदाजा है कि आपने कितने साहस का काम किया। रेखा: संदेशखाली की सभी महिलाओं का हमें सपोर्ट है, इसलिए हम यह कर पाए साहब। उनके सपोर्ट से आगे भी काम करेंगे। उन्हें साथ लेकर चलेंगे। मोदी: मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके साथ रहूंगा। व्यक्तिगत रूप से भी मैं आप सब लोगों की चिंता करूंगा। रेखाजी मुझे आपसे बात कर बहुत अच्छा लगा।
एक थप्पड़ से भड़का आंदोलन, ED की रेड ने हिम्मत दी
संदेशखाली के सूत्र बताते हैं कि विक्टिम रेखा पात्रा ने उत्तम सरदार के थप्पड़ मारने वाली बात गांव में बताई तो लोग भड़क गए। उसी दिन तय किया कि अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। आंदोलन की रणनीति बनी और संदेशखाली में शाहजहां शेख का विरोध शुरू हो गया।
ये वही वक्त था, जब राशन घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शाहजहां शेख के घर रेड डाली थी। ED शेख शाहजहां की तलाश कर रही थी और इधर उसके जुल्म से परेशान गांववालों का गुस्सा बढ़ रहा था। शाहजहां शेख के जुल्म बर्दाश्त कर रही महिलाएं सामने आने लगीं। बताया कि कैसे शेख और उसके लोगों ने उनकी जमीन कब्जा ली, ऑफिस में बुलाकर रेप किया।
टिकट के लिए शुभेंदु अधिकारी ने भेजा था रेखा पात्रा का नाम
जानकारी के मुताबिक टिकट के लिए गैंगरेप विक्टिम रेखा पात्रा का नाम भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आगे किया था। हालांकि, एक और विक्टिम का नाम भी चल रहा था। इन्हीं महिलाओं ने शाहजहां शेख के लोगों पर रेप की कोशिश का आरोप लगाया था। संदेशखाली का मामला सामने के बाद शुभेंदु अधिकारी लगातार वहां जा रहे थे। उन्होंने विक्टिम महिलाओं से मुलाकात भी की थी।
वो संदेशखाली में तालाब से घास उखाड़ने और सफाई का काम करती थीं। ये तालाब TMC नेता रहे शेख शाहजहां के करीबी उत्तम सरदार का है। आरोप है कि उत्तम सरदार ने एक दिन TMC के पार्टी ऑफिस में बुलाया। यहां उत्तम सरदार और शिबू हाजरा ने उनसे गैंगरेप किया। कुछ दिन बाद उत्तम सरदार ने दोबारा बुलाया। इनकार करने पर थप्पड़ मार दिया। इस थप्पड़ से उनका सब्र टूट गया। वे थाने गईं और उत्तम सरदार और शिबू हाजरा के खिलाफ FIR करा दी। यहीं से संदेशखाली आंदोलन की शुरुआत हुई।
साभार : दैनिक जागरण
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