लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस को थाना, चौकी और सड़क पर आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। लोकतंत्र में संवाद से बड़ी समस्या का भी समाधान हो जाता है। पुलिस वर्दी में प्यार से बात करेंगे तो लोग खुश होते हैं। गाली देने से गलत संदेश जाता है। यह नये भारत के नये यूपी की आधुनिक पुलिस है। यूपी के बदलाव में पुलिस की अहम भूमिका है। मुख्यमंत्री बुधवार को गृह विभाग की 2310 करोड़ रुपये की लागत वाली 144 आवासीय एवं अनावासीय योजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वाराणसी के प्रवासी भारतीय दिवस, प्रयागराज कुंभ, अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आए अतिथियों ने पुलिस के व्यवहार की खुले दिल से प्रशंसा की। एक प्रवासी ने मुझसे कहा कि पहले पुलिस का व्यवहार बहुत खराब रहता था। पुलिस अपराधियों, राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ कठोरतम व्यवहार करे लेकिन आमजन के साथ संवेदनशील रहे। राम मंदिर में आने वाले श्रद्धालु पुलिस की बदौलत सहूलियत के साथ दर्शन कर रहे हैं। आज हम यूपी पुलिस को देश और दुनिया भर में सबसे ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा रहे हैं। यह नई कार्य संस्कृति है। बी और सी ग्रेड के शहरों में अत्याधुनिक सुविधाओं वाली सबसे ऊंची इमारत पुलिस लाइंस के हॉस्टल और बैरक की है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने जिले तो बना दिए लेकिन पुलिस लाइन नहीं बनाई। शरीर से आत्मा को निकाल दिया जाए, पुलिस को ऐसा बना दिया गया था। मैंने लखनऊ की पुलिस लाइन में बैरकों की दुर्दशा को देखने के बाद बेहतर सुविधाएं देने का निर्देश दिया था। राज्य सरकार इसके लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपये दे चुकी है। हमने पारदर्शी तरीके से पुलिस में 1.60 लाख भर्तियां की। इतनी भर्ती करने वाला यूपी देश का पहला राज्य है। वहीं 1.50 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को प्रोन्नति दी। पहले प्रोन्नति देने में भी भेदभाव होता था। हम ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना बढ़ा चुके हैं। हर पीएसी वाहिनी में भी इसका विस्तार कर रहे हैं, ताकि अन्य प्रदेशों के पुलिस बल भी यहां ट्रेनिंग ले सकें। सभी जिलों में साइबर क्राइम थानों वाला यूपी पहला राज्य बन चुका है।
पहले कोई यूपी आना नहीं चाहता था
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात साल पहले कोई यूपी नहीं आना चाहता था। बीते वर्ष 35 करोड़ पर्यटक यूपी आए थे। अयोध्या में एक माह के भीतर 65 लाख श्रद्धालु आए हैं। वहां रोजगार और व्यापार कई गुना बढ़ा है। पहले अयोध्या में लोग जमीन अधिग्रहित करने का विरोध कर रहे थे। अब खुद अपनी जमीन देने को लालायित हैं। पहले यूपी की पहचान माफिया और दंगा थी। महीनों तक कर्फ्यू लगा रहता था। व्यापारी और बेटियां असुरक्षित थे। पूर्व की सरकार दंगाईयों को गले का हार बनाती थी। दंगाईयों की काल यूपी पुलिस की पीएसी वाहिनियों को समाप्त किया जा रहा था। आज यूपी सबसे तेज गति से आर्थिक प्रगति करने, निवेश और पर्यटकों को आकर्षित करने वाला राज्य है।
अब नहीं दिखता है कोई गुंडा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष में रहने के दौरान मैंने देखा कि थानेदार इलाके के बाहुबली से दोस्ती कर लेता था। सीओ की बाहुबली से बात करने की हिम्मत नहीं होती थी। विपक्ष की राजनीति करना अपराध हो गया था। खुद को बचाने के लिए हमें बड़े अफसरों को फोन करना पड़ता था। हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस चुनाव में जबरन बैठा लेती थी। अब थाना क्षेत्र में कोई गुंडा नहीं दिखता है। यह बदलाव अब देखने को मिला है। सरकार की इमेज बनाने में पुलिस ने बड़ा सहयोग किया है। हालांकि अभी थानेदारों को अच्छे व्यवहार की ट्रेनिंग देना आवश्यक है। पुलिस सुधार को भी लागू करना चाहिए। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस में तकनीकी आधुनिकीकरण नए बदलाव की नींव रखेगा। इससे जवाबदेही वाला वातावरण बनेगा। इस अवसर पर मुख्य सचिव डीएस मिश्रा, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद उपस्थित थे। वहीं, डीजी साइबर क्राइम सुभाष चंद्र ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
साभार : अमर उजाला
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