मुंबई. मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल से छूटकर आए एनसीपी (अजित पवार गुट) नेता नवाब मलिक भी असेंबली चुनाव में उतर गए हैं. उन्होंने आज मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल किया था, लेकिन बाद में अजित पवार ने उन्हें पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बनाते हुए सिंबल भेज दिया. इसके साथ ही इन चुनावों में नवाब मलिक और उनकी बेटी के अलग-अलग सीटों से इलेक्शन लड़ना तय हो गया है.
‘पार्टी ने घोषित किया अधिकृत प्रत्याशी
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, ‘मैंने आज मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन फॉर्म दाखिल किया था. लेकिन बाद में पार्टी ने मुझे अधिकृत प्रत्याशी घोषित करते हुए एबी फॉर्म भेज दिया, जिसे मैंने चुनाव अधिकारी को जमा कर दिया. इसके बाद अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार बन गया हूं.
‘हम मानखुद शिवाजी नगर सीट बड़े अंतर से जीतेंगे’
पार्टी नेताओं का आभार जताते हुए मलिक ने कहा, ‘पार्टी प्रत्याशी बनाने के लिए मैं अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे का बहुत आभारी हूं. उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है. बड़ी संख्या में मतदाता निश्चित रूप से मेरा समर्थन करेंगे और हम इस बार मानखुर्द शिवाजी नगर सीट बड़े अंतर से जीतेंगे.’ बता दें कि मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर सीट मुस्लिम बहुल है. इस सीट पर पिछले बार से लगातार सपा के अबु आसिम आजमी विजेता रहे हैं. वे अब तीसरी बार फिर इस सीट पर उतरे हैं. ऐसे में नवाब मलिक और आजमी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. दोनों ही महाराष्ट्र की मुस्लिम राजनीति में दिग्गज राजनेता माने जाते रहे हैं और उनका मुसलमानों पर बड़ा प्रभाव रहा है.
कब गिरफ्तार हुए थे नवाब मलिक?
नवाब मलिक को दाउद इब्राहिम गैंग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया गया था. इस साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने खराब सेहत के आधार पर मलिक को जमानत दे दी थी. इसके बाद वे फिर पार्टी राजनीति में एक्टिव हो गए. अजित पवार ने शुरू में उन्हें टिकट देने से परहेज किया था और उनकी बेटी सना मलिक को मुंबई की अणुशक्तिनगर सीट से उम्मीदवार बना दिया.
सना मलिक ने अपने पिता नवाब मलिक के साथ पिछले सोमवार को रोड शो करते हुए खास अंदाज में अपना नामांकन दाखिल किया था. इस सीट पर सना मलिक का संघर्ष फहाद अहमद से है. अहमद फिल्म एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के शौहर हैं. हालांकि फहाद अहमद एसपी से जुड़े रहे हैं लेकिन शरद पवार ने अखिलेश से बात करके उन्हें अपनी पार्टी का उम्मीदवार बना दिया. महाराष्ट्र में असेंबली चुनाव एक ही चरण में 20 नवंबर को करवाया जाएगा, जबकि काउंटिंग 23 नवंबर को होगी. देखने वाली बात होगी कि इस चुनाव में महायुति गठबंधन भारी पड़ता है या फिर महाविकास आघाड़ी गठबंधन उसे सत्ता से हटाने में कामयाब हो पाता है.
साभार : जी न्यूज़
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