जम्मू. जम्मू-कश्मीर के कठुआ में फिर एनकाउंटर हुआ है. कठुआ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच सोमवार देर रात मुठभेड़ शुरू हुई. सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है. सुरक्षाबलों का एक्शन अब भी जारी है. हालांकि, तीन से चार आतंकियों के अब भी छिपे होने की आशंका है. बीते 8 दिनों में यह तीसरा एनकाउंटर है. दरअसल, कठुआ जिले में सोमवार रात को एक तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने पुलिस की टीम पर गोलियां चला दीं. अधिकारी ने बताया कि रामकोट बेल्ट के पंजतीर्थी इलाके में अभियान अभी भी जारी है. सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के मद्देनजर जंगल में फंसे तीनों आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए रात में घेराबंदी कर दी गई है. पिछले आठ दिनों में यह तीसरी मुठभेड़ है.
आखिरी आतंकी के मारे जाने तक चलेगा ऑपरेशन
इससे पहले दिन में पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा ने कहा था कि आखिरी आतंकवादी के मारे जाने तक अभियान जारी रहेगा. उन्होंने सीमा के पास रहने वाले लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया. शर्मा ने रियासी में संवाददाताओं से कहा, ‘ऑपरेशन जारी है और जब तक एक भी आतंकवादी बचा है, जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने मिशन में डटी रहेगी. हमारा बल आतंकवाद को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है.’
आतंकियों की तलाश तेज
सुरक्षा बलों ने हवाई निगरानी और खोजी कुत्तों की मदद से तीनों की तलाश तेज कर दी है. तलाशी के दायरे में राजबाग क्षेत्र के रुई, जुथान, घाटी और सान्याल के जंगली इलाके और बिलावर के कुछ हिस्से शामिल हैं. रविवार की रात को काले कपड़े पहने और बैग लिए तीन लोग रुई गांव के शंकर के घर में घुसे और एक बुजुर्ग महिला से पानी मांगा.
महिला के घर घुसे थे आतंकी
महिला ने अपने घर पर संवाददाताओं से कहा, ‘तीनों मेरे घर आए. मैं अकेली थी. उन्होंने मुझसे पानी मांगा. मैंने उन्हें पानी पिलाया और डर के मारे दूसरे कमरे में भाग गई.’ उन्होंने कहा, ‘भागने से पहले वे जबरदस्ती रसोई में घुस गए, जबकि मैंने उन्हें मना किया था. रोटियां और सब्जी लेकर जंगल में गायब हो गए.’ उन्होंने कहा कि उन्होंने उसे पैसे देने की कोशिश की – 500 रुपये के दो नोट. ‘मैंने मना कर दिया, और वे उसे वापस लेकर चले गए.’ अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने भागे हुए आतंकवादियों की संदिग्ध आवाजाही की नई सूचना मिलने के बाद छह लोगों को हिरासत में लिया है.
27 मार्च को एनकाउंटर: कठुआ के सान्याल बेल्ट के जंगली इलाके में 27 मार्च को हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी और चार पुलिसकर्मी मारे गए थे, जबकि एक पुलिस उपाधीक्षक समेत तीन अन्य घायल हो गए थे.
23 मार्च को एनकाउंटर: 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नर्सरी क्षेत्र में आतंकवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. आतंकवादी भागने में सफल रहे थे.
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए छह लोगों ने भागे हुए आतंकवादियों को खाना, पनाह और मार्गदर्शन दिया होगा. ये सभी छह लोग मोहम्मद लतीफ के परिवार के हैं, जो फिलहाल पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत जेल में बंद है. लतीफ को पिछले साल सेना के एक ट्रक पर हमले के दौरान मल्हार में आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उस हमले में छह जवान शहीद हो गए थे. माना जा रहा है कि मारा गया आतंकवादी अबू तलहा भी लतीफ के घर पर ही रुका था. सुरक्षा बलों ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सांबा सेक्टर के साथ-साथ रियासी और उधमपुर जिलों में भी तलाशी अभियान चलाया. उधमपुर-रियासी रेंज के डीआईजी रईस मोहम्मद भट ने कहा कि उन्होंने रक्षात्मक स्थिति बनाए रखी है.
साभार : न्यूज18
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