नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद को शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से लड़कियों के यौन शोषण मामले में घिरे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. अब आरोपी बाबा को 17 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में रहना होगा. अदालत में सुनवाई के दौरान बाबा के वकील ने न्यायिक हिरासत में कपड़े, दवाइयां और संन्यासी खाने की मांग की है. इस याचिका पर अदालत शनिवार को सुनवाई करेगी. अदालत ने दिल्ली पुलिस से बाबा चैतन्यानंद के मेडिकल के बारे में पूछा. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे बाबा का दो बार मेडिकल कराया गया.
दिल्ली पुलिस ने नहीं मांगी रिमांड
साथ ही दिल्ली पुलिस ने बाबा की रिमांड की मांग नहीं की है. दिल्ली पुलिस ने बाबा को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने को कहा है. वहीं बाबा के वकील ने अदालत में कहा कि दिल्ली पुलिस इस मामले में हमसे कुछ शेयर नहीं कर रही है. साथ ही बाबा के वकील ने सीजर मेमो और केस डायरी पर जज के साइन की मांग की. कोर्ट ने सीजर मेमो की अर्जी पर पुलिस से जवाब मांगा है, जिस पर कोर्ट कल सुनवाई करेगा.
17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोप
आरोपी बाबा के वकील ने अदालत में कहा कि बाबा को न्यायिक हिरासत के दौरान कपड़े और दवाइयों के साथ ही संन्यासी खाना उपलब्ध कराया जाए. स्वामी चैत्यानंद सरस्वती को स्वामी पार्थ सारथी के नाम से भी जाना जाता है. पुलिस ने उसे आगरा से गिरफ्तार किया है. वह 24 सितंबर से फरार था, जब उसके खिलाफ सामूहिक यौन उत्पीड़न के आरोप सुर्खियों में आए थे. दिल्ली के एक निजी संस्थान के पूर्व प्रमुख सरस्वती (62 वर्ष) पर कम से कम 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है, जिनमें से अधिकतर आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से हैं.
साभार : एनडीटीवी
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
Matribhumisamachar


