शनिवार, अप्रैल 26 2025 | 10:04:36 PM
Breaking News
Home / व्यापार / केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर बढ़ाई 2 रुपए एक्साइज ड्यूटी, नहीं बढ़ेंगे दाम

केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर बढ़ाई 2 रुपए एक्साइज ड्यूटी, नहीं बढ़ेंगे दाम

Follow us on:

नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी है। हालांकि, आधे घंटे बाद ये भी साफ किया कि इससे पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ेंगे। ये खर्चा पेट्रोलियम कंपनियां उठाएंगी। अभी सरकार पेट्रोल पर 19.90 रुपए लीटर और डीजल पर 15.80 रुपए लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पर 21.90 रुपए लीटर और डीजल पर 17.80 रुपए लीटर ड्यूटी लगेगी। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ड्यूटी को कच्चे तेल की घटी कीमतों से एडजस्ट किया जाएगा। अगर आगे भी कच्चे तेल के दाम घटे रहे तो पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है।

कैसे एडजस्ट होंगी कीमतें

पेट्रोलियम मार्केट एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने बताया, ‘जो एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है ये तेल कंपनियों को अपनी कमाई में से देनी होगी। कंपनियां इसे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी करके आम लोगों से नहीं वसूलेगी।’

मुख्य रूप से 4 बातों पर निर्भर करते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

  • कच्चे तेल की कीमत
  • रुपए के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत
  • केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूले जाने वाला टैक्स
  • देश में फ्यूल की मांग

भारत में कैसे तय होती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें?

जून 2010 तक सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी और हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। 26 जून 2010 के बाद सरकार ने पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण ऑयल कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया। इसी तरह अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत भी सरकार निर्धारित करती थी। 19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया। अभी ऑयल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत, एक्सचेंज रेट, टैक्स, पेट्रोल-डीजल के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और बाकी कई चीजों को ध्यान में रखते हुए रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमत निर्धारित करती हैं।

क्रूड 4 साल के निचले स्तर पर आया

सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी ऐसे समय में बढ़ाई है जब क्रूड ऑयल 4 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। ब्रेंट क्रूड पिछले हफ्ते 12% टूटा था। वहीं सोमवार को भी ब्रेंट क्रूड 4% टूटकर 64 डॉलर से नीचे आ गया है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना था कि आने वाले दिनों में पेट्रोल- डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है।

साभार : दैनिक भास्कर

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक बोर्ड ने 7,500 करोड़ रुपए की फंडरेजिंग को दी मंजूरी

मुंबई, 17 अप्रैल, 2025: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की आज हुई बैठक …