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एस जयशंकर ने बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अल जायनी से द्विपक्षीय साझेदारी और क्षेत्रीय विकास पर की चर्चा

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नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बहरीन के अपने समकक्ष अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अल जायनी के साथ फोन पर बातचीत की। बहरीन तथा भारत के बीच लॉन्ग टर्म मल्टीडाइमेंशनल पार्टनरशिप को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। न्यूयॉर्क के दौरे पर आए जयशंकर ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि बहरीन के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुलातिफ बिन राशिद अल जायनी से फोन पर बात करके अच्छा लगा। दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी चर्चा की।

भारत और बहरीन व्यापार समझौते पर हुई बातचीत

जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों की दीर्घकालिक बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों मंत्रियों ने इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में व्यापक चर्चा की थी। कहा था कि दोनों देश एक निवेश समझौते को अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गए हैं। उस वक्त भारत और बहरीन ने एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू करने की घोषणा की थी।

निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी

उन्होंने दोहरा कराधान बचाव समझौता (डीटीएए) के लिए बातचीत शुरू करने को लेकर एक आम समझ विकसित करने पर भी सहमति व्यक्त की थी। अधिकारियों ने कहा था कि इससे दोहरे कराधान को खत्म करने, कर निश्चितता प्रदान करने और व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। बहरीन और भारत के बीच पिछले कुछ वर्षों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों में तेजी देखी गई है। 2024 और 2025 में दोनों पक्षों का व्यापार 1.64 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। इस खाड़ी देश में लगभग 3,32,000 भारतीय नागरिक रहते हैं, जो उस देश की कुल 15 लाख की आबादी का लगभग एक चौथाई हिस्सा हैं। भारत बहरीन के शीर्ष पांच व्यापारिक साझेदारों में से एक है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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