लखनऊ. आगरा के सदर की सगी बहनों के अपहरण और धर्मांतरण केस में नई जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. जिस गिरोह ने सगी बहनों का धर्मांतरण कराया, उसके तार झारखंड में पकड़े गए चार आतंकियों से जुड़े होने की बात सामने आई है. धर्मांतरण मामले में पुलिस 14 लोगों को जेल भेज चुकी है. विवेचना अब भी जारी हैमुकदमे में जल्द आतंकवाद की धारा 113 बीएनएस बढ़ा सकती है. कब्जे में लिए गए मोबाइल और लैपटॉप के डाटा से पुलिस को जानकारी मिली है. इसके बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं.
धर्मांतरण करने वाला गिरोह
पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह को पकड़ा था. ये गिरोह हिंदू परिवार की युवतियों को फंसाते थे. कश्मीर ले जाकर उनका ब्रेनवाश किया जाता था फिर धर्मांतरण के लिए तैयार करते थे. इन युवतियों को पैसे की मदद भी करते थे. युवतियों के तैयार होने पर सदस्य अपने साथ ले जाते थे. आगरा सदर क्षेत्र की सगी बहनों को भी दिल्ली से होते हुए कोलकाता ले जाया गया था. पुलिस ने कई दिनों की गुप्त कार्रवाई के बाद दोनों बहनों को पश्चिम बंगाल के शहर से बरामद किया. मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.
14 लोग हुए थे गिरफ्तार
अप्रैल के महीने में एटीएस ने झारखंड से चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इन आतंकियों का काम भी लोगों का ब्रेनवाश करना था. मुस्तफाबाद दिल्ली निवासी अब्दुल रहमान सहित 14 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसमें आयशा और एसवी कृष्णा नाम की महिला भी शामिल थी. ज्यादातर सभी आरोपियों ने अपना धर्म बदला था, ज्यादातर आरोपी पूर्व में हिंदू थे. इससे पहले गिरोह का कनेक्शन मानव तस्करी और अंग बेचने वाले गिरोह से भी मिला था मगर किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी.
साभार : जी न्यूज
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