शुक्रवार, दिसंबर 05 2025 | 05:39:49 PM
Breaking News
Home / राज्य / महाराष्ट्र / महाराष्ट्र निकाय चुनाव के मतदान से पहले ही भाजपा के 100 से अधिक पार्षद निर्विरोध जीते

महाराष्ट्र निकाय चुनाव के मतदान से पहले ही भाजपा के 100 से अधिक पार्षद निर्विरोध जीते

Follow us on:

मुंबई. महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से ठीक पहले बीजेपी ने दावा किया है कि उसके 100 से ज्यादा पार्षद निर्विरोध चुन लिए गए हैं। यह जीत राज्य के अलग-अलग नगर परिषदों और नगर पंचायतों में हुई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने बताया कि तीन उम्मीदवार नगर परिषदों के अध्यक्ष पद पर भी निर्विरोध चुने गए हैं। उन्होंने इस सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व को दिया। यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी।

कहां से कितने पार्षद जीते?

महाराष्ट्र निकाय चुनाव में निर्विरोध चुने गए 100 पार्षदों में से चार कोंकण क्षेत्र से, 49 उत्तर महाराष्ट्र से, 41 पश्चिमी महाराष्ट्र से और तीन-तीन मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों से हैं। राज्य में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए 2 दिसंबर को मतदान होना है, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। हालांकि चुनावी माहौल में कई बीजेपी नेताओं के रिश्तेदारों का निर्विरोध जीतना चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि विरोधियों ने नामांकन वापस ले लिया, जिससे इन नेताओं के रिश्तेदारों के लिए रास्ता आसान हो गया।

बीजेपी नेताओं के रिश्तेदारों का दबदबा
मंत्री गिरीश महाजन और जयकुमार रावल समेत BJP के कई सीनियर नेताओं के रिश्तेदार लोकल बॉडीज में बिना किसी विरोध के चुने गए हैं। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि बीजेपी की खानदानी राजनीति की परंपरा अब जमीनी स्तर के चुनावों तक पहुंच गई है और नेताओं के रिश्तेदारों की बिना विरोध जीत पक्की करने के लिए पुलिस मशीनरी पर दबाव डाला गया। जामनेर में जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी साधना महाजन कांग्रेस उम्मीदवार रूपाली लालवानी और एनसीपी के दो उम्मीदवारों के मैदान से हटने के बाद म्युनिसिपल काउंसिल प्रेसिडेंट पद के लिए बिना विरोध के चुनी गईं।

जयकुमार रावल की मां निर्विरोध निर्वाचित
मार्केटिंग मिनिस्टर जयकुमार रावल की मां नयन कुंवर रावल धुले जिले में डोंडाइचा-वरवड़े म्युनिसिपल काउंसिल की प्रेसिडेंट बिना किसी मुकाबले के चुन ली गईं, क्योंकि विपक्षी कैंडिडेट शरयू भावसार का नॉमिनेशन रिजेक्ट हो गया था। भावसार ने आरोप लगाया कि मिनिस्टर के दबाव में नॉमिनेशन रिजेक्ट किया गया था। एक और बड़ी बिना किसी मुकाबले की जीत चिखलदरा म्युनिसिपल काउंसिल में चीफ मिनिस्टर देवेंद्र फडणवीस के कजिन अल्हड़ कलोटी की है।

कांग्रेस ने लगाए आरोप

अमरावती जिले से कांग्रेस नेता यशोमती ठाकुर ने चुनाव में कैंडिडेट्स को हटाने के लिए डराने-धमकाने और लालच देने का आरोप लगाया था। लेबर मिनिस्टर आकाश फुंडकर, टेक्सटाइल मिनिस्टर संजय सावकरे, मिनिस्टर अशोक उइके, पूर्व सांसद रामदास तड़स, विधायक मंगेश चव्हाण और विधायक प्रकाश भारसाकले समेत मिनिस्टर्स, विधायक और सांसदों के कई रिश्तेदार या तो चुनाव मैदान में हैं या लोकल सिविक बॉडीज में पोस्ट के लिए पहले ही बिना किसी मुकाबले के चुने जा चुके हैं।

साभार : नवभारत टाइम्स

‘गांधी जी की राजनीतिक यात्रा के कुछ पन्ने’ पुस्तक के बारे में जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें :

https://matribhumisamachar.com/2025/12/10/86283/

आप इस ई-बुक को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं:

https://www.amazon.in/dp/B0FTMKHGV6

यह भी पढ़ें : 1857 का स्वातंत्र्य समर : कारण से परिणाम तक

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

अजित पवार ने खुलेआम मतदाताओं को उन्हें वोट न देने पर दी फंड न देने की धमकी

मुंबई. महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार के मालेगांव में पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान …