क्वेटा. 11 मार्च का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. बलूच विद्रोहियों ने पूरी की पूरी ट्रेन को ही हाई जैक कर लिया. BLA ने दावा किया कि उसने सभी 214 सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया. पाकिस्तान में ऐसे हालात बन गए कि पाकिस्तानी सेना अपनी पोस्ट और नौकरी छोड़ छोड़ भागने लगे. बलूचिस्तान में बलूच विद्रोहियों की कहर कम नहीं हुआ. कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब किसी हमले और उसमें मारे जाने वाले सैनिकों की खबर ना आती हो. मंगलवार को भी ऐसा ही अटैक बलूचिस्तान में कलात के हरबोई इलाके में पेश आया. जब BLA ने पाकिस्तानी सेना की गाड़ी पर IED से हमला किया. इस हमले में 5 सौनिकों की मौत हो गई.इस इलाके में इस तर हलका यह दूसरा हमला था. सोमवार को ही सेना पर घात लगाकर हमला किया गया थ इस हमलें का जिम्मेदारी BLA ने ली थी और 4 सैनिको के मारे जाने का दावा भी किया था.
ट्रेन हाई जैक ने खींच लिया सबका ध्यान
11 मार्च से पहले भी पाकिस्तानी सेना और चीनी प्रोजेक्ट पर बलूच विद्रोहियों ने ताबड़तोड़ हमले किए. लेकिन 15 दिनों में तो बलूचिस्तान में गदर मच गया. 11 मार्च को बोलान में एक ट्रेन को BLA ने हाईजैक किया. उसी दिन बलूचिस्तान में बीच बलूच लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने 5 अलग अलग इलाकों में कई घटनाओं को अंजाम दिया . पुलिस चेकपोस्ट पर कब्जा किया और हथियार लूट लिए. इसमें CPEC पर काम करने वाले उपकरणों को आग के हवाले किया, मोबाइल टावर को आग के हवाले किया. इनमें पुलिस को बंधक बनाना और हथियार लूटने की दो घटनाएं हुई. एक घटना मस्तंग के हिंदू मोहल्ला के पुलिस चेक प्वाइंट पर बलूच लिबरेशन फ्रंट ने घावा बोला, पुसिल को बंधक बनाया और उनके हथियार लूटे. दूसरी घटना खुजदार इलाके में हुई. यहां भी एक पुलिस चेक प्वाइंट पर कब्जा किया गया. हथियार लूट लिए गए. बलूच लिब्रेशन फ्रंट ने तो केच के इलाके में पाकिस्तानी फ्रंटीयर कोर की एक गाड़ी पर IED से हमला किया गया. इस हमले में पूरी गाड़ी उड़ गई जिसमें 7 सुरक्षाबलों की मौत का दावा किया गया.
पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्ट की गई सिलसिलेवार घटनाएं
12 मार्च – बलूच रिपब्लिकन गार्ड संगठन ने तीन अलग अलग हमलों के अंजाम दिया. निर्माण उपकरणों को आग के हवाले किया और गैस पाइप लाइन को डेरा बुगती में नष्ट किया.
13 मार्च – मलबाही इलाके में पुलिस कर्मी को गोली मार कर इसके हथियार छीन लिए गए. इसी दिन खुदजर में चेकपोस्ट पर हमला किया गया. ठीक उसी रात को खुजदार के N-25 हाईवे पर निर्माण उपकरणों को आग के हवाले कर दिया गया.
14 मार्च – हरनाई इलाके में पाक सेना पर IED हमला हुआ.
15 मार्च – ग्वादर में कोस्टगार्ड कैंप के ऑफिस के गेट पर हमला हुआ. चागी इलाके में चेकपोस्ट को निशाना बनाया हथियार छीने. BLF ने पांच हमलों की जिम्मेदारी ली.
16 मार्च -मसतंग इलाके में पुलिस चेकपोस्ट पर अटैक कर हथियार लूटे गए. तुर्बत के D-बलूच हाइवे पर फ्रंटियर कोर की गाड़ी को रिमोट कंट्रोल बम बलास्ट से उड़ाया. इसमें दो लोगों की मौत का दावा किया गया. इसी दिन नोशकी में N-40 हाईवे पर फ्रंटीयर कोर के 7 गाड़ियों के काफिले पर VBIED से हमला किया गया. 90 के करीब सुरक्षाबलों के मारे जाने का दावा BLA ने किया.
17 मार्च– बरखान जिले के डोलवानी इलाके में रोड़ निर्माण कंपनियों के उपकरण और गाड़ियों को आग के हवाले तक दिया.
18 मार्च – BLA ने 8 जिलों में 10 हमलों की जिम्मेदारी ली.
19 मार्च -पाकिस्तानी बम डिस्पोजल यूनिट के सैनिक पर केच इलाके में पर हमला हुआ. इसी दिन केच के ही जमुरान इलाके में पाकिस्तानी आर्मी के काफिले पर IED से हमला किया गया.
20 मार्च– हथियारबंद लोगों ने केच के टंप तहसील में सुरक्षाबलों की गाड़ी पर हमला किया. एक सैनिक के मारे जाने की खबर. BLA ने इसी दिन कोहलू इलाके में दो हमलों की जिम्मेदारी ली.
21 मार्च– बलूचिस्तान के खरान में दो अलग अलग घटनाओं में पुलिस कर्मियों का बंधक बनाया और हथियार लूटे. इसी दिन मसतंग इलाके में दो पाकिस्तानी सैनिकों को गोली मार कर हत्या और हथियार लूटे जाने की खबर आई.
22 मार्च – नौशकी इलाके में 4 पुलिस कर्मियों के गोली मारने की घटना रिपोर्ट की गई.
23 मार्च – BLA ने तुर्बत, टंप और पंजगुर में पाकिस्तानी सुरक्षाबलों निशाना बनाया. और 5 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया. पंजगुर में BLA के लड़ाकों ने पाकिस्तानी मिलिट्री कैंप पर दो तरफ से रॉकेट और ऑटोमेटिक हथियारों से हमला किया. इसें 4 सैनकों को मारने का दावा किया.
24 मार्च – कलात जिले के हरबोई इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया. इसी दिन खुजदार के वाधा इलाके में पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ.
25 मार्च – कलात के हरबोई इलाके में पाक सेना के काफिले को निशाना बनाया गया. BLA ने हमले की जिम्मेदारी ली और 5 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया.
यह घटनाएं सिर्फ बलूचिस्तान के अलग अलग इलाकों में घटी. इसके अलावा खैबर पख्तून ख्वा और सिंध के इलाके में में भी अमूमन रोज ऐसी घटनाएं जारी थी.
साभार : न्यूज18
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