नई दिल्ली (मा.स.स.). आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप एस. पुरी ने युवाओं को जलवायु परिवर्तन, काम के भविष्य और लोकतंत्र में युवाओं जैसे विषयों पर अपनी चिंताओं को उजागर करने में मंच प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय युवा सम्मेलन 2023 की सराहना की। युवा अग्रणी विकास की चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार युवा विकास कार्यक्रमों पर वार्षिक रूप से नब्बे हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उन्होंने नवाचार की संस्कृति का जिक्र करते हुए, उद्यमशीलता संस्कृति के इच्छा पत्र के रूप में देश में स्टार्ट-अप की दृष्टि पर प्रकाश डाला, जिसे देश के युवाओं ने हाल के वर्षों में प्रेरित किया है। पुरी ने शहरी विकास के क्षेत्र में युवाओं द्वारा नवाचारों को शामिल करते हुए कई ज्ञान-उत्पादों का अनावरण किया। एनवाईसी 2023 के आयोजन के लिए स्मार्ट सिटीज मिशन, एनआईयूए तथा युवाशक्ति के संयुक्त प्रयासों की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जनसांख्यिकी लाभांश के कारण भारत सभी दृष्टि से 2047 तक विश्व में अग्रणी होगा।
स्मार्ट सिटीज मिशन तथा सरकारी विभागों के अग्रणी नवाचारों में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर पुरी ने कहा कि भारत के लोगों के जीवन को सहज बनाने में सहायता करने के लिए ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ समाधान प्रदान करने के लिए उन्हें विभिन्न पहलों के माध्यम से पोषित और प्रोत्साहित किया गया है। उन्होंने द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम (ट्यूलिप) तथा इंडिया स्मार्ट सिटीज फेलोशिप प्रोग्राम (आईएससीएफ) पहल की सराहना की, जिसने युवाओं को सीखने और सहयोग के लक्षित अवसर दिए हैं तथा उनके पेशेवर विकास और रोजगार क्षमता को बढ़ाया है। ट्यूलिप ने केंद्र सरकार के अन्य मंत्रालयों और विभागों में इसी तरह के कार्य का बीड़ा उठाया है और सरकारी तंत्र में नए विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा दे रहा है। मंत्री ने कहा कि इस परिवर्तनकारी विस्तार से नवाचार में अभूतपूर्व वृद्धि होगी और इसलिए उन्होंने युवाओं से उत्पादक कार्यों के लिए वर्तमान अवसरों का लाभ उठाने और उभरती नौकरियों के लिए कौशल मांग पूरा करने का आग्रह किया।
वह भारत के जी20 अध्यक्षता के तत्वाधान में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के स्मार्ट सिटीज मिशन के सहयोग से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एनआईयूए) द्वारा आयोजित एनवाईसी2023 को संबोधित कर रहे थे। कॉन्क्लेव आज यहां यू20 और वाई20 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श करने तथा कल के नेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए युवा प्रतिभाओं को एक साथ लाया। इससे पहले आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने राष्ट्र की विकास गाथा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान देने वालों में से एक के रूप में हमारी ‘युवाशक्ति’ की ताकत पर बल देते हुए ‘नशामुक्त भारत’ की दिशा में काम करने की आवश्यकता बताई। समारोह में शामिल गणमान्य व्यक्तियों में संयुक्त सचिव तथा मिशन निदेशक (एससीएम) कुणाल कुमार, एनआईयूए के निदेशक हितेष वैद्य, युवा कार्य सचिव (वर्चुअल संबोधन) मीता राजीवलोचन, यू20-शेरपा प्रवीण चौधरी तथा वाई20 सचिवालय के अध्यक्ष अनमोल सोवित उपस्थित थे।
2021 तथा 2022 एनआईयूए-एनएमसीजी छात्र थीसिस प्रतियोगिता तथा सीपीआईएन वार्ता के विजेताओं द्वारा “एक असमान दुनिया में समान भविष्य बनाने” तथा “युवा भागीदारी बढ़ाने के लिए मीडिया की भूमिका” पर पैनल चर्चा के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों, विभिन्न संस्थानों के युवा और मीडिया प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुई। बाद के सत्र के दौरान, ईटी की वरिष्ठ सहायक संपादक सुनिधि शर्मा ने युवाओं के सक्रिय जुड़ाव के महत्व और निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सूचना प्रवाह की आवश्यकता के बारे में चर्चा की। इंडिया टुडे के कार्यकारी संपादक कौशिक डेका ने निर्माण परियोजनाओं की जांच करने और इसके सामाजिक तथा पर्यावरणीय प्रभावों को दिखाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका की ओर संकेत किया। आजतक की एंकर सुचित्रा त्रिपाठी ने शहरी क्षेत्रों में युवाओं के स्वर को बढ़ावा देने में मीडिया के महत्व को बताया। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अपर महानिदेशक तथा सत्र के मॉडरेटर राजीव जैन ने निष्कर्ष टिप्पणी के रूप में शहरी क्षेत्रों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर बल दिया और इस तरह देश के शहरी विकास के प्रक्षेप-पथ को प्रकट किया। पैनल चर्चा आजादी का अमृत महोत्सव तथा भारत के जी20 की अध्यक्षता के हिस्से के रूप में राष्ट्र के समग्र विकास में सक्रिय युवा जुड़ाव को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित की गई थी और इसमें प्रतिभागियों ने सकारात्मक भागीदारी की।
क्विज और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, चर्चाओं, जलवायु कैफे तथा आकर्षक विचार-विमर्श के माध्यम से कान्क्लेव ने युवाओं को लोकतंत्र के संचालन को समझने में सहायता की। इस कार्यक्रम में दो दिनों में 50+ वक्ताओं, 100+ शहरी नेताओं, 300+ प्रदर्शनियों और केस स्टडीज, 500+ जलवायु नेताओं के साथ 10+ विषयगत और ब्रेकआउट सत्र शामिल किए गए। 3000+ प्रतिभागियों ने विज्ञान भवन तथा ऑनलाइन मोड सत्रों में भाग लिया। इस राष्ट्रीय आयोजन में पूरे देश के छात्रों और युवा पेशेवरों, विशेषज्ञों और इनावेटर्स की भागीदारी देखी गई, ताकि शहरी भारत के महत्वपूर्ण विषयों पर और आगे बढ़ने के लिए सह-निर्माण, सहयोग तथा कनेक्ट किया जा सके।
जी20 की भारतीय अध्यक्षता के शेरपा अमिताभ कांत ने समापना सत्र में सभी के लिए एक संपन्न और न्यायसंगत भविष्य सुनिश्चित करने के लिए युवा-समर्थक दृष्टिकोण तैयार करने के महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के स्तंभों के रूप में, पर्यावरण के प्रति जागरूक व्यवहारों परिवर्तन निर्माताओं और प्रेरकों के रूप में तथा अत्याधुनिक समाधानों के नवप्रवर्तकों और प्रदाताओं के रूप में युवाओं की भूमिकाओं को कम करके नहीं आंका जा सकता है। उन्होंने युवा नेताओं के एक साथ आने तथा एक ढांचा तैयार करने के लिए मिलकर काम करने का स्वागत किया जो वैश्विक समुदाय को बेहतर भविष्य के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को सक्षम करता है। एनआईयूए के निदेशक हितेश वैद्य ने धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सत्र का समापन किया।
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