नई दिल्ली (मा.स.स.). आजादी का अमृत महोत्सव ( एकेएएम ) के एक भाग के रूप में, पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 24 अप्रैल, 2023 को समावेशी विकास पर अभियान के तहत जागरुकता कार्यक्रम ‘‘पशुधन जागृति अभियान” का आयोजन किया। आकांक्षी जिलों में, विभाग की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों विशेष रूप से उद्यमशीलता, टीकाकरण एवं अन्य लाभार्थी केंद्रित स्कीमों की जानकारी जन सेवा केंद्र नेटवर्क के माध्यम से 2000 ग्राम स्तरीय शिविरों का आयोजन करके प्रदान की गई। सीडीडी की अपर सचिव सुवर्षा जोशी ने बैठक की अध्यक्षता की। उपस्थित व्यक्तियों को स्कीमों तथा पशु चिकित्सा सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी दी गई, साथ ही सीएससी के माध्यम से ही स्कीम पोर्टल पर कैसे आवेदन करें, इसके बारे में भी बताया गया। लगभग एक लाख किसानों ने वर्चुअल रूप से जागरुकता कार्यक्रम में भाग लिया।
सुजोशी ने कार्यक्रम के दौरान किसानों के साथ परस्पर बातचीत की। उनकी अंतर्दृष्टि तथा विशेषज्ञता ने किसानों को पशुपालन एवं डेयरी फार्मिंग के विभिन्न पहलुओं को बेहतर समझने में सहायता की। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण के दौरान कहा कि डीएएचडी की पुनर्गठित योजनाएं ग्रामीण उद्यमशीलता का सृजन करने में मदद कर रही हैं और कुक्कुट पालन, भेड़, बकरी, सुअर पालन, आहार और चारा सेक्टर में बेरोजगार युवकों तथा पशुपालक किसानों के लिए बेहतर आजीविका अवसरों का निर्माण कर रही हैं और इस प्रकार आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। इस कार्यक्रम की रूपरेखा पशुपालन एवं डेयरी फार्मिंग में नवीनतम प्रथाओं तथा तकनीकों की बेहतर समझ प्राप्त करने में किसानों की सहायता करने के लिए बनाई गई थी जिससे कि उनकी आजीविका में सुधार हो सके। योजनाओं के प्रभाव और सफलता को प्रस्तुतियों तथा वीडियो के माध्यम से समझाया गया।
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं