नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूदा संबंधों को सशक्त करने और शिक्षा तथा कौशल विकास में द्विपक्षीय जुड़ाव के दायरे को व्यापक बनाने के अवसर तलाशने के लिए आज सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं।प्रधान अपनी यात्रा के दौरान सिंगापुर सरकार के विभिन्न प्रमुख मंत्रियों से भेंट करेंगे, जिनमें सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री लॉरेंस वॉन्ग, वरिष्ठ मंत्री थरमन शनमुगरत्नम, विदेश मंत्री डॉ. विवियन बालकृष्णन, व्यापार एवं उद्योग मंत्री गन किम योंग और शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग शामिल हैं।
प्रधान सिंगापुर स्पेक्ट्रा सेकेंडरी स्कूल, नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू), इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन एंड एजुकेशनल सर्विसेज (आईटीईईएस), सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन (एसयूटीडी) सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का दौरा करेंगे। वह सिंगापुर सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में संचालित नोडल एजेंसी स्किल फ्यूचर सिंगापुर (एसएसजी) के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। यह संस्था भविष्य कौशल पर आधारित गतिविधियों के कार्यान्वयन को संचालित करती है। धर्मेंद्र प्रधान अपनी इस यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीय नागरिकों और ओड़िया एसोसिएशन के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। शिक्षा मंत्री सिंगापुर में आईआईटी और आईआईएम के पूर्व छात्रों के साथ भी बातचीत करेंगे।
भारत और सिंगापुर के बीच कौशल विकास के क्षेत्र में लंबे समय से साझेदारी रही है। भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शिक्षा कार्य समूह द्वारा ध्यान दिये जाने वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक आजीवन सीखने और कार्य कुशलता के भविष्य को बढ़ावा देना है। सिंगापुर के शिक्षा मंत्रालय तथा व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय के सहयोग से 25 अप्रैल 2023 को ओडिशा के भुवनेश्वर में तीसरी शिक्षा कार्य समूह की बैठक के दौरान “भविष्य के कार्य: कौशल वास्तुकला और भारत व सिंगापुर के शासन मॉडल” पर एक संयुक्त कार्यशाला आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम के दौरान हुआ विचार-विमर्श भारत और सिंगापुर के बीच भविष्य के कौशल सहयोग के लिए एक रोडमैप बनाने में अपना योगदान देगा।
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