मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शनिवार को बड़ा बदलाव किया गया। पार्टी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। सुप्रिया को महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई है। भतीजे अजीत पवार को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। शरद पवार ने यह ऐलान पार्टी के 25वें स्थापना दिवस पर किया। सुप्रिया को कार्यकारी अध्यक्ष के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब राज्य का प्रभारी भी बनाया गया है। वहीं प्रफुल्ल पटेल को मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा की जिम्मेदारी दी गई है।
सुनील तटकरे को राष्ट्रीय महासचिव के अलावा ओडिशा और पश्चिम बंगाल का प्रभारी नियुक्त किया गया है। वह किसान मोर्चा और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के भी प्रभारी होंगे। इनके अलावा पार्टी नेता मोहम्मद फैजल को तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नंदा शास्त्री को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। NCP नेता छगन भुजबल ने कहा, सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है ताकि चुनाव का काम और राज्यसभा और लोकसभा का काम बांटा जा सके। चुनाव नजदीक होने के कारण उनके कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह 2024 के लोकसभा चुनाव के काम को संभालने के लिए है।
कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर सुप्रिया सुले ने कहा- मैं पवार साहब, सभी वरिष्ठ नेता, पार्टी के साथी, पार्टी के कार्यकर्ता और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करती हूं। मैं NCP को और मजबूत करने के लिए आप सभी के साथ लगन से काम करूंगी। इससे पहले 2 मई को NCP का अध्यक्ष पद छोड़ने वाले शरद पवार ने 4 दिन में ही अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। उन्होंने 6 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘मैं पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। मैं कोर कमेटी में लिए गए फैसले का सम्मान करता हूं और अपना फैसला वापस लेता हूं। अजित पवार इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं थे।’
पवार ने अपने इस्तीफे के बाद नया अध्यक्ष चुनने के लिए 16 सदस्यीय कोर कमेटी बनाई थी। कमेटी की मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने पवार का इस्तीफा खारिज करने के लिए प्रस्ताव पेश कर उनसे फैसला वापस लेने का अनुरोध किया था। कमेटी के बाकी सदस्यों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया और पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया। प्रफुल्ल पटेल ने कोर कमेटी की मीटिंग के बाद कहा था- शरद पवार जी ने हम लोगों को सूचना दिए बिना फैसला लिया। सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की मांग पर कमेटी ने उनका इस्तीफा खारिज कर दिया। शरद पवार जी का कद और उनका सम्मान अलग है। हम अभी नया अध्यक्ष नहीं चुन पाएंगे। हम चाहते हैं कि पवार साहब अपना कार्यकाल पूरा करें।
साभार : दैनिक भास्कर
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