नई दिल्ली. ‘आदिपुरुष’ फिल्म पर बवाल के बीच केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया आई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने फैसला लिया है। लेखक और निर्देशक ने भी फिल्म के डायलॉग्स बदलने का आश्वासन दिया है। ठाकुर ने कहा कि ‘लोगों की भावनाएं आहत करने का अधिकार किसी को नहीं है।’ उन्होंने कहा कि मुझे रिपोर्ट्स मिली हैं कि प्रोड्यूसर्स ने डायलॉग बदलने का फैसला किया है। ठाकुर ने मुंबई में यह बात कही। विवादों में घिरी फिल्म आदिपुरुष के निर्माताओं ने कुछ डायलॉग बदलने का फैसला किया है। यह जानकारी फिल्म के डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर ने रविवार को दी। उन्होंने बताया कि इस हफ्ते तक बदले डायलॉग फिल्म में जोड़ दिए जाएंगे। शुक्रवार को रिलीज हुई इस फिल्म में प्रभास भगवान राम, कृति सेनन माता सीता और सैफ अली खान लंकापति रावण की भूमिका में हैं। ‘आदिपुरुष’ हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और तमिल भाषाओं में रिलीज हुई है।
CBFC ने इसपर जो निर्णय दिया है, उनका यह काम है। फिल्म के निर्माता-निर्देशक और लेखक ने डायलॉग बदलने की बात कही है। किसी की भावनाओं का आहत करने का अधिकार किसी को नहीं है।
अनुराग ठाकुर, आदिपुरुष विवाद पर
आदिपुरुष के विरोध में काठमांडू में हिंदी फिल्में बैन
हिंदी फिल्म ‘आदिपुरुष’ में विवादित डायलॉग और सीता के चित्रण के विरोध में सोमवार से नेपाल की राजधानी काठमांडू में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई। काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने काठमांडू महानगरीय क्षेत्र (केएमसी) में सभी हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि ‘आदिपुरुष’ फिल्म के एक संवाद को हटाए बिना प्रदर्शित करने से ‘अपूरणीय क्षति’ होगी। हमने तीन दिन पहले फिल्म से ‘सीता माता भारत की बेटी हैं’ वाले संवाद को हटाने को कहा था।
अयोध्या के संतों ने की आदिपुरुष पर बैन की मांग
‘आदिपुरुष’ के संवादों से नाराज अयोध्या के संतों ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। एक साल में यह दूसरी बार है जब संतों ने फिल्म के खिलाफ आवाज उठाई है। पिछले साल अक्टूबर में फिल्म के ट्रेलर पर संतों ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने दावा किया कि फिल्म में रामायण के पात्रों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है और हिंदू देवताओं को विकृत तरीके से दिखाया गया है। राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले के विरोध के बावजूद फिल्म निर्माताओं ने रामायण के पात्रों को गलत तरीके से पेश किया है और हिंदू देवी-देवताओं को विकृत तरीके से दिखाया। उन्होंने कहा, संवाद शर्मनाक हैं और फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
साभार : नवभारत टाइम्स
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