मुंबई. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री लगातार एडवांस हो रही है। दुनियाभर की कार कंपनियां अपने नए मॉडलों में एडवांस फीचर ऑफर करने पर जोर दे रही हैं। इसी कड़ी में पॉपुलर जापानी कार निर्माता कंपनी Suzuki ने एक कदम आगे की सोचते हुए फ्लाइंग कार्स के प्रोडक्शन की घोषणा की है। इसको लेकर सुजुकी मोटर ने कहा कि उसने “फ्लाइंग कार” बनाने के लिए स्काईड्राइव के साथ समझौता किया है।
flying cars कब होंगी लॉन्च?
सुजुकी ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियां इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (ईवीटीओएल) विमान बनाने के लिए मध्य जापान में सुजुकी समूह के कारखाने का उपयोग करेंगी और अगले साल स्प्रिंग सीजन तक इनका उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखेंगी। ऑटोमेकर ने कहा कि स्काईड्राइव विमान बनाने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्थापित करेगी और सुजुकी निर्माण की तैयारियों में मदद करेगी, जिसमें प्रतिभा हासिल करना भी शामिल है।
भारत के लिए क्या है प्लान?
दोनों कंपनियों ने पिछले साल मार्च में उड़ने वाली कारों के रिसर्च, डेवलपमेंट और मार्केटिंग के लिए एक डील साइन की थी। उन्होंने तब कहा था कि कि वे भारत पर प्रारंभिक ध्यान के साथ नए बाजारों को खोलने के लिए भी काम करेंगे, जहां सुजुकी का ऑटो बाजार का लगभग आधा हिस्सा है। सुजुकी ने घोषणा की है कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी के उत्पादन के लिए अपने भारत कारखाने में 10,420 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।
320 करोड़ का बड़ा निवेश
दोनों कंपनियों ने अपनी साझेदारी में निवेश के ब्योरे का खुलासा नहीं किया है। न ही किसी उत्पादन समय सारिणी या लक्ष्य की रूपरेखा तैयार की है। 2018 में स्थापित, टोक्यो-मुख्यालय स्काईड्राइव में जापान के बड़े व्यवसाय जैसे ट्रेडिंग हाउस इतोचू, टेक फर्म एनईसी और ऊर्जा कंपनी एनीओस होल्डिंग्स की एक यूनिट इसके मुख्य शेयरधारकों में शामिल हैं। इसकी वेबसाइट के अनुसार, 2020 में इसने सीरीज बी फंड में कुल CNY 5.1 बिलियन (लगभग 320 करोड़) जुटाए हैं।
साभार : दैनिक जागरण
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