चंडीगढ़. सिविल अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में उस समय हंगामा हो गया। जब एक महिला को प्रसव पीड़ा के चलते हुए पारिवारिक सदस्यों ने सिविल में भर्ती करवाया गया। लेकिन डिलीवरी से पहले ही अस्पताल के स्टॉफ ने प्रसव के लिए भर्ती हुई महिला के पारिवारिक सदस्यों को मुबारकबाद देते हुए नन्हीं बच्ची थमा दी।
बच्ची को शहद चटाया और नए कपड़े भी पहना दिए
कुछ मिनटों बाद उक्त महिला के परिवार को पता चला कि अभी तक डिलीवरी हुई नहीं। डिलीवरी से पहले अस्पताल स्टॉफ ने बच्ची पकड़ा दी। कपूरथला के अजीत नगर क्षेत्र वासी नीलम कंडा पत्नी हनी कंडा को डिलीवरी के लिए भर्ती करवाया था। लेकिन डिलीवरी से पहले ही अस्पताल स्टाफ ने उन्हें एक बच्ची पकड़ा दी और कहा कि उनके बेटी हुई है। परिवार ने बच्ची को शहद चटाया और नए कपड़े भी पहना दिए।
परिवार ने अस्पताल पर बच्चा बदलने का लगाया आरोप
परिवार ने बच्ची को शहद चटाया और नए कपड़े भी पहना दिए। लेकिन कुछ समय परिजनों को पता लगा लकी उनके मरीज नीलम कंडा की तो अभी तक डिलीवरी ही नहीं हुई है तो सिविल अस्पताल में माहौल गरमा गया। यहां बताने योग्य है कि सिविल अस्पताल के गाइनी वार्ड में आज दो महिलाओं की डिलीवरी होनी थी।
सारा कुछ गलतफहमी के चक्कर में हुआ
एक महिला ने लड़की को जन्म दिया तो स्टाफ ने लड़की को दूसरे परिवार को सौंप दिया। जबकि दूसरी महिला ने भी बच्ची को जन्म दिया। नीलम कंडा के परिजनों का आरोप है कि अगर बाद में लड़का पैदा होता तो दूसरा परिवार बच्चा दे देता। इस घटना का पता चलते ही एसएमओ डा. संदीप धवन पहुंचे और मामलें को शांत करवाया गया। जहां पर उन्होंने महिला के परिवार वालों को बताया कि सारा कुछ गलतफहमी के चक्कर में हुआ है।
साभार : दैनिक जागरण
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