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भाजपा ने सुनील जाखड़ के पंजाब अध्यक्ष पद से इस्तीफे की खबर का किया खंडन

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चंडीगढ़. सुनील जाखड़ के इस्तीफे की खबर को बीजेपी ने झूठा बताया है. पंजाब बीजेपी के महासचिव अनिल सरीन ने कहा कि जाखड़ पंजाब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और अध्यक्ष के रूप में वह अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं. उनके इस्तीफे की खबर…विपक्षी दलों द्वारा फैलाया जा रहा दुष्प्रचार है. उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है. इससे पहले खबर दी थी कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच सुनील जाखड़ ने पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. एक साल पहले ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई थी. सूत्रों ने ये भी बताया था कि आलाकमान ने अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है. सुनील जाखड़ प्रदेश कार्यकारिणी की जरूरी बैठकों से दूरी बनाए हुए हैं. इस्तीफा देने को लेकर उन्होंने चुप्पी साधे रखी है.

जाखड़ को पिछले साल मिली पंजाब BJP की कमान

जाखड़ को पिछले साल जुलाई में प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. बीजेपी ने 4 जुलाई 2023 को उन्हें पंजाब बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी थी. मगर 14 महीने बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों का कहना है कि जाखड़ रवनीत सिंह बिट्टू को मंत्री बनाए जाने से नाखुश थे. लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद बीजेपी ने रवनीत सिंह बिट्टू के केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है. बिट्टू को बीजेपी ने राजस्थान से राज्यसभा भेजा है. जाखड़ पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद मई 2022 में बीजेपी में शामिल हो गए थे. 2023 में बीजेपी ने उन्हें पंजाब बीजेपी की कमान सौंपी थी. सुनील जाखड़ के इस्तीफे पर केंद्रीय नेतृत्व ने फिलहाल कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है.

हालांकि, पंजाब बीजेपी के प्रभारी विजय रुपानी के मुताबिक सुनील जाखड़ की पार्टी के नियमित कार्यक्रमों में लगातार हिस्सेदारी जारी है. कुछ दिनों पहले हुए सदस्यता अभियान कार्यक्रम में भी सुनील जाखड़ शामिल हुए थे. अगले हफ्ते भी पार्टी के प्रदेश में कई कार्यक्रम है जिसमें सुनील जाखड़ हिस्सा लेंगे.

BJP सदस्यता अभियान में भी नहीं हुए शामिल

बताया जा रहा है कि सुनील जाखड़ 10 जुलाई के बाद से पार्टी की प्रदेश इकाई की किसी बैठक में शामिल नहीं हुए. वह प्रदेश बीजेपी सदस्यता अभियान में भी शामिल नहीं हुए. सूत्रों ने बताया कि जाखड़ बीजेपी के कुछ नेताओं से नाराज थे. इस साल पंजाब में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कोई सीट नहीं मिली और उपचुनाव में भी पार्टी हार गई. सुनली जाखड़ साल 2002 में पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. इसके बाद 2007 और 2012 में भी वो विधायक चुने गए. साल 2017 में हुए लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज कर वो लोकसभा के सांसद बने. विनोद खन्ना की मौत के बाद गुरुदासपुर लोकसभा सीट खाली हो गई थी. कांग्रेस ने इस सीट से जाखड़ को उम्मीदवार बनाया था और वो जीतने में कामयाब रहे.

साभार : टीवी9 भारतवर्ष

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