पटना. बिहार से माले विधायक दल के नेता और बलरामपुर विधायक महबूब आलम एक बयान देकर बुरे फंस गए। कुछ दिन पहले मनसाही थाना क्षेत्र के कुरेठा पंचायत के पिंडी ग्राम में जमीन जोतने को लेकर फायरिंग और हिंसा हुई थी। जिसमें एक आदिवासी समुदाय के व्यक्ति की मौत गोली लगने से हो गई थी और दो घायल हो गए थे। इस घटना पर माले विधायक महबूब आलम ने इसमें बजरंग दल पर आरोप लगाते हुए उसे गुंडा तत्व और इस गोलीकांड के लिए जिम्मेदार बताया था।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने लेफ्ट विधायक को घेरा
एक अखबार में इस बयान के आते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने माले विधायक का घेराव कर दिया। उनसे सवाल पूछा जाने लगा कि उन्होंने किस आधार पर ऐसा बयान दे दिया। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता काफी आक्रोशित थे। फिर तो विधायक महबूब आलम बैकफुट पर नजर आते दिखे। उन्होंने इसे मीडिया में उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
पुलिस को आना पड़ा बीच में
मामला बिगड़ता देख सहायक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद आक्रोशित बजरंग दल के कार्यकर्ता को समझा बुझा कर शांत किया। इस दौरान विधायक महबूब आलम मीडिया की सवालों से बचते नजर आए और यूटर्न लेते हुए, ऐसी कोई टिप्पणी उन्होंने नहीं की है, कहते नजर आए।
बजरंग दल ने जताया आक्रोश
बजरंग दल के जिला संयोजक अनीश सिंह, पवन पोद्दार ने कहा इस्लामिक कट्टरपंथी और प्रतिबंधित पीएफआई जैसे संगठनों के खिलाफ विधायक कभी नहीं बोलते। लेकिन जो बजरंग दल हर समाज सेवा की गति विधि में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता है, उसके खिलाफ वो बोलते हैं। कटिहार के कुरेठा पिंडा में जो घटना हुई है, उससे बजरंगदल का कोई लेना देना नही है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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