मंत्रालय ने भारतीय वस्त्र मूल्य श्रृंखला की ताकत को प्रदर्शित करने, वस्त्र एवं फैशन उद्योग में नवीनतम प्रगति/नवाचारों पर प्रकाश डालने तथा वस्त्र क्षेत्र में सोर्सिंग और निवेश के लिए भारत को सबसे पसंदीदा जगह बनाने के उद्देश्य से वैश्विक मेगा वस्त्र कार्यक्रम अर्थात भारत टेक्स 2025 के आयोजन में निर्यात संवर्धन परिषदों/संघों को सहयोग दिया है।
निफ्ट ने ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका, न्यूज़ीलैंड और फ़िनलैंड सहित 14 से अधिक देशों के 22 से ज़्यादा संस्थानों के साथ एक औपचारिक सहयोग स्थापित किया है। ये सहयोग समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के माध्यम से संचालित होते हैं। यह सहयोग छात्र और संकाय आदान-प्रदान, संयुक्त शोध पहल, दोहरी डिग्री और ट्विनिंग कार्यक्रमों, सहयोगात्मक पाठ्यक्रम विकास और वैश्विक शैक्षणिक एकीकरण को बढ़ावा देते हैं। उल्लेखनीय सहयोगों में एफआईटी (न्यूयॉर्क), यूएएल (यूके), ईएनएसएआईटी (फ़्रांस) और बुंका (जापान) जैसे संस्थानों के साथ साझेदारी शामिल है। पिछले पांच वर्षों में लगभग 100 से ज़्यादा निफ्ट छात्रों और कई संकाय सदस्यों ने अंतर्राष्ट्रीय आदान-प्रदान कार्यक्रमों में भाग लिया है, जिसमें वैश्विक साझेदार संस्थानों की पारस्परिक भागीदारी भी शामिल है।
ये अंतर्राष्ट्रीय सहयोग अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देते हुए ज्ञान हस्तांतरण को सक्षम बनाकर वैश्विक कपड़ा और फैशन क्षेत्र में भारत की स्थिति को सुदृढ़ करते हैं। ये सहयोग छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक डिज़ाइन संवेदनशीलता, तकनीकी प्रगति और उभरते रुझानों से परिचित कराते हैं। पाठ्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाकर, ये सहयोग भारतीय स्नातकों को वैश्विक बाज़ारों में प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक कौशल और अंतर्दृष्टि से लैस करते हैं और वस्त्र एवं फैशन में रचनात्मक और तकनीकी विशेषज्ञता के केंद्र के रूप में भारत को प्रतिष्ठित करते हैं।
निफ्ट फैशन और वस्त्र शिक्षा में सतत और नवीन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों का सक्रिय रूप से लाभ उठा रहा है। कई सहयोग सतत डिज़ाइन रणनीतियों, नैतिक उत्पादन, वृत्ताकार अर्थव्यवस्था मॉडल और वस्त्र प्रणालियों पर केंद्रित हैं, जिनकी विशेष प्रासंगिकता लघु और मध्यम उद्यम आधारित इको-सिस्टम प्रणालियों से है।
अपने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से निफ्ट ने वैश्विक स्थिरता ढाँचों को शैक्षणिक कार्यक्रमों और अनुसंधान पहलों में एकीकृत करना शुरू कर दिया है। उदाहरणों में शामिल हैं:
- टिकाऊ फैशन और वस्त्रों पर संयुक्त मॉड्यूल विकसित करने के लिए एफआईटी (न्यूयॉर्क) और यूएएल (यूके) जैसे संस्थानों के साथ चल रही सहभागिता और यूएएल (यूके) में एफटीटीआई के साथ एक सहयोगात्मक पहल का सेमेस्टर एक्सचेंज, जो जिम्मेदार फैशन और सांस्कृतिक स्थिरता पर केंद्रित है;
- टिकाऊ वस्त्र और जलवायु-सचेत फैशन प्रथाओं पर वैश्विक मंचों में संकाय की भागीदारी;
- डिजाइन परियोजनाओं, अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों और स्थिरता पर प्रकाश डालने वाले विनिमय कार्यक्रमों में छात्रों की भागीदारी।
यह जानकारी केन्द्रीय कपड़ा मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने लोकसभा में दी।
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