मुंबई (मा.स.स.). एकनाथ शिंदे के विधानसभा में बहुमत परिक्षण से पहले भाजपा गठबंधन को एक और परीक्षा देनी होगी. यदि इसमें वो सफल हो जाते हैं, तो संभव है कि शिंदे के लिए फ्लोर टेस्ट और आसान हो जाएगा. सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा सकेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि शिवसेना का उद्धव ठाकरे ग्रुप शिंदे गुट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चला गया है. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत हस्तक्षेप करने से मना कर दिया है.
शिंदे-भाजपा गठबंधन ने भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर को विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है. 3 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है. समाचार लिखे जाने तक विपक्षी दलों ने किसी को भी अपना प्रत्याशी नहीं बनाया था. यदि कोई और नामांकन नहीं करता है, तो उन्हें निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया जायेगा. ऐसा न होने पर 3 जुलाई को मतदान होना है. शिंदे को एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपनी शुभकामनायें दे चुके हैं. शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के बयानों में भी अब परिवर्तन आने लगा है. कांग्रेस जरुर अभी भी शिंदे और भाजपा के विरोध में बयान दे रही है. लेकिन वो अकेले कुछ नहीं कर सकती. उसे उद्धव ठाकरे और एनसीपी का समर्थन चाहिए ही होगा. अगले दिन 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट होना है.