मुम्बई (मा.स.स.). अखिल भारत हिन्दू महासभा के शीर्ष नेता रविन्द्र कुमार द्विवेदी द्वारा महासभा के 108 वें स्थापना दिवस 13 अप्रैल 2022 को नई दिल्ली के जंतर मंतर से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए 10 करोड़ हस्ताक्षर एकत्र करने का अभियान आरम्भ करने और हिन्दू राष्ट्र निर्माण हस्ताक्षर अभियान समिति के राष्ट्रीय संयोजक नितिन उपाध्याय के तूफानी देशव्यापी दौरे के प्रभाव से देश की जानी मानी हस्तियों के हिन्दू महासभा से जुड़ने का सिलसिला तेज हो गया है । इस सूची में बॉलीवुड की फिल्मी दुनिया के ध्वनि विभाग से विगत 35 वर्षों से जुड़ी जानी हस्ती बीरेंद्र नाथ तिवारी का नाम भी शामिल हो गया है । हिन्दू राष्ट्र निर्माण अभियान से प्रेरित होकर उन्होंने हिन्दू महासभा की सदस्यता ग्रहण कर ली है । राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल की अनुशंसा पर उन्हें हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद पर मनोनीत किया गया है।
आज जारी एक बयान में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि बीरेंद्र नाथ तिवारी का नाम बॉलीवुड की दुनिया मे किसी परिचय का मोहताज नही है । उनके हिन्दू महासभा में शामिल होने और राष्ट्रीय प्रवक्ता का दायित्व संभालने से हिन्दू महासभा का संगठनात्मक ढांचा मजबूत हुआ है । सुशील शर्मा ने कहा कि उनकी नियुक्ति से देश की राजनीति में हिन्दू महासभा का वर्चस्व स्थापित होगा और 2024 के लोकसभा चुनाव में हिन्दू महासभा भाजपा का विकल्प बनकर उभरेगी। हिन्दू युवक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल गुर्जर , हिन्दू महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गीता देवी , हिन्दू व्यापारी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश मिश्र ने बीरेंद्र नाथ तिवारी की नियुक्ति का स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाये दी हैं ।
बीरेंद्र नाथ तिवारी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता पद पर नियुक्ति होने पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि हिन्दू महासभा से जुड़कर वो स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि वो वीर सावरकर के हिंदुत्व के शुरू से उपासक रहे हैं , किन्तु रविन्द्र कुमार द्विवेदी द्वारा हिन्दू राष्ट्र निर्माण के लिए आरम्भ किये गए हस्ताक्षर अभियान ने उन्हें विशेष रूप से हिन्दू महासभा से जुड़ने के लिए प्रभावित किया । वो शीघ्र ही हस्ताक्षर अभियान समिति के राष्ट्रीय संयोजक नितिन उपाध्याय के साथ भेंट वार्ता कर हस्ताक्षर अभियान को नवीन ऊर्जा प्रदान कर अपनी भूमिका से न्याय करेंगे।
यह भी पढ़ें : कोरोना महामारी के बावजूद भारत में आय की असमानता हो रही है कम