आइजोल (मा.स.स.). राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मिजोरम की अपनी यात्रा के दौरान आज आइजोल में भारतीय जनसंचार संस्थान (उत्तर-पूर्व) के स्थायी उत्तर-पूर्वी परिसर का उद्घाटन किया। कैम्पस लघु अवधि के मीडिया और संचार पाठ्यक्रमों के अलावा अंग्रेजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाएगा। भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) देश में पत्रकारिता का एक प्रतिष्ठित संस्थान है। यह भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है। इसका मुख्य परिसर नई दिल्ली में है। आईआईएमसी के ओडिशा में ढेंकनाल, मिजोरम में आइजोल, जम्मू-कश्मीर में जम्मू, केरल में कोट्टायम और महाराष्ट्र में अमरावती में पांच क्षेत्रीय परिसर हैं।
क्षेत्रीय परिसरों की स्थापना विभिन्न क्षेत्रों की मांगों और देश भर में मीडिया की शिक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से की गई है। इस अवसर पर अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे भारतीय जनसंचार संस्थान, आइजोल के स्थायी परिसर का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जो पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में मीडिया और जनसंचार के अध्ययन को बढ़ावा देगा। आईआईएमसी एक सम्मानित संस्थान है, जो एक सशक्त शिक्षण और काम करने का माहौल प्रदान करता है, जो नए विचारों, रचनात्मकता, अनुसंधान को बढ़ावा देता है और मीडिया एवं जनसंचार के क्षेत्र की अगुवाई करने वाले और नवप्रवर्तकों को विकसित करता है।”
आईआईएमसी के उत्तर-पूर्वी परिसर ने 2011 में मिजोरम यूनिवर्सिटी द्वारा उपलब्ध कराई गई एक अस्थायी इमारत से काम करना शुरू किया था। इस परिसर का निर्माण कार्य 2015 में शुरू हुआ और 2019 में पूरा हुआ। इसकी कुल लागत 25 करोड़ रुपये है। मिजोरम विश्वविद्यालय द्वारा दी गई 8 एकड़ भूमि पर आईआईएमसी के स्थायी परिसर में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर के साथ अलग प्रशासनिक और शैक्षणिक भवन हैं। अपनी स्थापना के बाद से, परिसर अंग्रेजी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है, जिसके लिए अधिकांश छात्र भारत के अन्य हिस्सों से और कुछ उत्तर-पूर्वी राज्यों से आते हैं। इस वर्ष, संस्थान को आईआईएमसी के सभी परिसरों में दूसरी बार अंग्रेजी पत्रकारिता में शीर्ष स्थान प्राप्त करने पर गर्व है।
परिसर अपने छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट और उनके स्वयं के प्रयासों के माध्यम से देश भर के प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों में रोजगार सुरक्षित करने में सक्षम बनाता है। साल दर साल, छात्र दूरदर्शन, आकाशवाणी, पीटीआई जैसे प्रसिद्ध मीडिया संगठनों और अन्य प्रमुख निजी मीडिया संगठनों में अपना स्थान बना रहे हैं। भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी), नई दिल्ली का उद्घाटन 1965 में देश और अन्य विकासशील देशों के मीडिया पेशेवरों की प्रशिक्षण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया था। तब से इसने भारतीय सूचना सेवा के लिए भी एक प्रशिक्षण संस्थान के रूप में कार्य किया है।