नई दिल्ली (मा.स.स.). अटल नवाचार मिशन (एआईएम), नीति आयोग ने आज अटल न्यू इंडिया चैलेंज (एएनआईसी) के दूसरे संस्करण के दूसरे चरण के तहत महिला केंद्रित चुनौतियों का शुभारंभ किया। एएनआईसी; एआईएम, नीति आयोग की पहल है, जिसका लक्ष्य 1 करोड़ रुपये तक की अनुदान-आधारित व्यवस्था के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व और सामाजिक प्रासंगिकता की क्षेत्रीय चुनौतियों को हल करने वाले प्रौद्योगिकी-आधारित नवाचारों की तलाश करना, उनका चयन करना, उन्हें समर्थन देना और उनका पोषण करना है।
“एक महिला, समाज के लिए एक वास्तुकार की भूमिका निभाती है”- इस बात को ध्यान में रखते हुए कि एएनआईसी की महिला केंद्रित चुनौतियां, जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों के समाधान का प्रयास करती हैं। इनमें नवाचार के माध्यम से महिलाओं की स्वच्छता को बढ़ावा देना, महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए नवाचार, महिलाओं के लिए पेशेवर नेटवर्किंग के अवसर, कामकाजी माताओं के जीवन को बेहतर बनाने वाले नवाचार, ग्रामीण महिलाओं के जीवन को आसान बनाना आदि शामिल हैं।
सभा को संबोधित करते हुए, नीति आयोग के सीईओ परमेश्वरन अय्यर ने कहा, “नीति आयोग और एआईएम में, हमारा ध्यान महिला सशक्तिकरण पर है और आज का कार्यक्रम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम महिला केंद्रित चुनौतियों का शुभारंभ कर रहे हैं। मैं एआईएम टीम को बधाई देता हूं और मुझे खुशी है कि मैं अपने युवा नवोन्मेषियों के लिए ऐसी चुनौतियां पेश कर रहा हूं। ये चुनौतियाँ विचारोत्तेजक हैं और इनसे प्रमुख नवाचार और समाधान सामने आ सकते हैं।
चुनौतियों का शुभारंभ करते हुए, एआईएम, नीति आयोग के मिशन निदेशक ने कहा, “हम एआईएम में महिला केंद्रित चुनौतियां शुरू कर रहे हैं, जो हमारे प्रधानमंत्री के उस विज़न के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने महिलाओं और बालिकाओं को अपनी अधिकतम क्षमता हासिल करने के लिए उन्हें सक्षम बनाने की बात कही थी। जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों के समाधान से जुड़ी इन चुनौतियों ने एएनआईसी को अंतिम स्वरूप प्रदान किया। मैं नवोन्मेषियों को हमारी वेबसाइट पर जाने और इस नेक पहल के लिए जल्द से जल्द आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। आवेदन करने के लिए – https://www.aim-challenges.in/ पर जाएं। बदलाव के अनुकरणीय मार्गदर्शकों को सम्मानित करने के लिए एआईएम, नीति आयोग द्वारा आयोजित वार्षिक मार्गदर्शक (मेंटर) गोलमेज बैठक के दौरान इस चुनौती की शुरुआत की गई थी।