नई दिल्ली (मा.स.स.). नूपुर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले शुक्रवार की तरह इस बार भी दोपहर की नमाज के बाद कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि रांची में पुलिस फायरिंग के बाद 2 व्यक्तियों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए.
सबसे खराब स्थिति पश्चिम बंगाल और झारखण्ड में हुई. हावड़ा में आगजनी, तोड़फोड़ और जमकर हिंसा हुई. यहां उपद्रवियों ने रेल मार्ग भी प्रभावित कर दिया. इसी तरह रांची में भी एक संप्रदाय विशेष के लोग नमाज के बाद सड़कों पर आ गए. उनके द्वारा की गई पत्थरबाजी में कई पुलिस वाले और आमजन घायल हो गए. पुलिस ने उपद्रवियों को काबू में करने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग भी की. झारखण्ड में हुई हिंसा पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और बाबू लाल मरांडी ने प्रदेश की झामुमो सरकार पर निशाना साधा है.
राजधानी रांची के मेन रोड में असामाजिक तत्वों द्वारा की गई तोड़-फोड़ की कड़ी भर्त्सना करता हूं।
सरकार वोट बैंक की राजनीति छोड़ कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें, नहीं तो इस तरह की घटनाएं आने वाले दिनों में और बढ़ेंगी।@HMOIndia @BJP4India
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 10, 2022
हथियार, पत्थर के साथ इतने बड़े पैमाने पर उपद्रव अनायास नहीं हो सकता, जाहिर है इसके पीछे बड़ी साजिश रही होगी।
रांची के मेन रोड में जहां 2 दिन पहले जेवर व्यवसायी की दिनदहाड़े हत्या हुई वहां भी उपद्रवी पत्थर चलाते दिख रहे हैं।
निश्चित रूप से ये सुरक्षा तंत्र और प्रशासन की विफलता है।— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 10, 2022
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले शुक्रवार को हिंसा हुई थी. आज यहां शांति थी. लेकिन प्रदेश के अन्य कई जिलों में भारी उपद्रव हुआ. पुलिस ने सहारनपुर में 36 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया. इसी तरह का बवाल मुरादाबाद में भी देखने को मिला. सबसे खराब स्थिति प्रयागराज की रही. यहां पुलिस को नमाजियों पर नियंत्रण करने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ा. स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश में शहर के एडीजी सहित कई पुलिस वाले घायल हो गए.
गुजरात, महराष्ट्र और दिल्ली सहित देश के कई प्रदेशों में छोटे या बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन देखने को मिले. दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर जब प्रदर्शन शुरू हुआ, तो मस्जिद के शाही इमाम ने दावा किया कि ये प्रदर्शनकारी बाहरी हैं. उन्होंने इसके लिए ओवैसी समर्थकों को भी दोषी बताया.