नई दिल्ली (मा.स.स.). विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के कार्यालय ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से विपणन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आवेदन आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह हस्तशिल्प कारीगरों को पूरी तरह से डिजिटल मार्केटिंग मंच प्रदान करता है।
कारीगरों को उनके उत्पाद बेचने में सहायता करने के उद्देश्य से देश के विभिन्न हिस्सों में हर साल लगभग 200 घरेलू विपणन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसमें बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आवेदन से लेकर चयन तक की ऑनलाइन प्रक्रिया और अंत में स्टॉल आवंटन पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत है। यह ऑनलाइन प्रक्रिया सभी कारीगरों को समान, निष्पक्ष और पारदर्शी अवसर प्रदान करेगी। कारीगरों को शिक्षित करने के उद्देश्य से आवेदन जमा करने के बारे में सभी संबंधितों को व्यापक दिशा-निर्देश (यह आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है) दिए गए हैं।
विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के कार्यालय ने भारतीय हस्तशिल्प पोर्टल (http://indian.handicrafts.gov.in) शुरू किया है। इसके माध्यम से सभी पात्र कारीगर विपणन कार्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ये कारीगर पहचान कार्ड संख्या के साथ लॉगिन कर सकते हैं, इसके बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी के साथ इसे सत्यापित कर सकते हैं। दिल्ली हाट सहित सभी विपणन आयोजनों के लिए आवेदन प्राप्ति, चयन और आवंटन की प्रक्रिया इस पोर्टल के माध्यम से ही की जाएगी। अब घरेलू विपणन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए उपस्थित होकर आवेदन करने के प्रक्रिया को समाप्त कर दिया गया है।
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