इस्लामाबाद (मा.स.स.). परवेज मुशर्रफ पर तख्ता पलट कर शासन हथियाने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा चला था, जिसमें उन्हें मौत की सजा सुनाई गयी थी. इस सजा का ऐलान 2019 में हुआ था, मुशर्रफ को इसका अंदाजा हो गया था, इसलिए वो 2016 में ही पाकिस्तान छोड़कर दुबई चले गए थे और तब से वही हैं. अब वो बहुत बीमार हैं.
उनके परिवार के अनुसार फिलहाल मुशर्रफ वेंटिलेटर पर नहीं हैं, लेकिन उनकी बीमारी बहुत अधिक बढ़ जाने के कारण उन्हें पिछले 3 सप्ताह से अस्पताल में रखा गया है. इसी क्रम में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपने एक बयान में कहा कि यदि मुशर्रफ अपना बचा हुआ जीवन पाकिस्तान में सम्मान के साथ बिताना चाहते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई समस्या है. मुशर्रफ और नवाज शरीफ का 36 का आकड़ा है. इस समय उनके भाई शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं. ऐसे में यह बयान बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.