नई दिल्ली (मा.स.स.). भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को मना रहा है, और राष्ट्रमंडल खेल 2022 से विजयी लौटने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक का दौरा किया, जो प्रत्येक नागरिक को देश के बहादुर शहीद सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।
11 सदस्यों वाली इस टीम ने महान राष्ट्रीय महत्व के इस स्मारक का दौरा करने में अपनी गहरी रुचि दिखाई, जो कि कर्तव्य के पथ पर अटल वफादारी, वीरता और बलिदान की लंबी परंपरा का प्रतीक है। देश के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानने और सीखने की जिज्ञासा के साथ इस टीम ने स्मारक के चारों ओर भ्रमण किया और वीरता चक्र, त्याग चक्र, परम योद्धा स्थल आदि का दौरा किया। त्याग चक्र की दीवारों को देखते हुए टीम के कुछ सदस्यों ने कहा, “हमारे लिए इसे देख पाना वाकई में गर्व का एक क्षण है, यहां शहीदों के 26000 से अधिक नाम उकेरे हुए हैं और हम कोई भी एक पल गंवाए बगैर कारगिल युद्ध के शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करना चाहेंगे।”
शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उन्हें सलामी देने के बाद हॉकी टीम ने राष्ट्र के साहसी सैनिकों द्वारा लड़ी गई छह महत्वपूर्ण लड़ाइयों के भित्ति चित्र देखे। ‘चक्रव्यूह’ फॉर्मेशन से प्रेरणा लेते हुए इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय समर स्मारक में अलग अलग थीम के संकेंद्रित वृत्त बने हुए हैं, जिनके केंद्र में एक लंबा सेरेमोनियल शिलास्तंभ है जिसमें ‘अमर जवान ज्योति’ की शाश्वत लौ जल रही है। पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, “अमर चक्र में जैसी अनन्त लौ है उस संकेंद्रित चक्र की तरह हमारे ये नायक और उनकी वीरता हमारे दिलों में अमर रहेगी।”
उन्होंने ये भी कहा कि इस यात्रा के साथ उन्होंने महसूस किया है कि राष्ट्रीय समर स्मारक में जानने के लिए बहुत सारी जानकारियां और ज्ञान है। “हम कुछ सैनिकों और उनकी बहादुरी के बारे में जानते हैं, लेकिन इस स्मारक पर आकर हमने महसूस किया कि देश के प्रत्येक गुमनाम हीरो के बारे में जानने के लिए प्रेरणा की कई कहानियां हैं। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि कुछ समय निकालें और उन लोगों का सम्मान करने के लिए इस जगह का दौरा करें जिन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया है ताकि हम शांति से रहें। हम यहां आकर बहुत भावुक और प्रेरित महसूस कर रहे हैं।”