नई दिल्ली (मा.स.स.). विपक्षी एकता को और मजबूत करने के लिए विभिन्न दल ऐसे नाम पर विचार कर रहे हैं, जिस पर सभी एकमत हों और भाजपा को भी उससे कड़ी चुनौती मिले. शरद पवार विपक्षी दलों में सबसे वरिष्ठ नेता हैं. उनकी छवि विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा के नेताओं के बीच में भी अच्छी है. इसलिए यदि वे प्रत्याशी बनने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो भाजपा भी उनका खुलकर विरोध करने से बचेगी. लेकिन फिलहाल शरद पवार इसके लिए तैयार नहीं हैं. अभी तक कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस खुलकर शरद पवार से राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने का आग्रह कर चुके हैं.
शरद पवार ने राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने से किया इनकार
Follow us on:Tags आम आदमी पार्टी कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस शरद पवार शिवसेना
मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here
Check Also
भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी को दिया 1984 लिखा बैग
नई दिल्ली. इस बार संसद का शीतकालीन सत्र काफी चर्चा में रहा. इस सत्र में …